फंसी हुई बीमा पॉलिसी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले दिल्ली के जालसाज को पुलिस ने छापा मारकर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी दिल्ली में ठगी का बड़ा रैकेट चला रहा था। लोगों को फांसने के लिए उसने कॉल सेंटर खोल रखा था। जहां एक दर्जन लोग को बिठाकर रखा हुआ है, जो लोगों को कॉल करके बीमा पॉलिसी की जानकारी लेते हैं।
बातों में उलझाकर उनसे पैसे ऐंठ लेते हैं। टाटीबंध में रहने वाले एनएमडीसी के रिटायर्ड अधिकारी आरोपी के ठगी का शिकार हो गए। उनसे आरोपियों ने ढाई लाख रुपए जमा कर लिए। उसके बाद एक भी पैसे नहीं लौटाए। एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि मूलत: यूपी का संजय सिंह गंगवार दिल्ली इंदिरापुरम इलाके में रहता है। वहां उसने अपना अलग से ऑफिस बनाकर रखा हैं। जहां एक दर्जन से ज्यादा लोग कॉलर का काम करते हैं। आरोपी खुद भी लोगों काे कॉल करके झांसे में लेता है।
उसने 22 अगस्त 2018 को रिटायर अधिकारी टोमन लाल देवांगन को कॉल किया। उसने खुद का नाम आलोक श्रीवास्तव बताया। उसने कहा कि वे बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण का अधिकारी है, जो बीमा कंपनियों पर नियंत्रण रखती है। उन्होंने देवांगन को प्राधिकरण के बारे में बताया। उनसे उनके बीमा पॉलिसी की जानकारी ली। अधिकारी ने अपने बीमा की जानकारी उसे दे दी। आरोपी ने कहा कि फंसी हुए पॉलिसी का पैसा वापस दिला देंगे। देवांगन ने बताया कि वे बाहर है। उन्हें बाद में कॉल करिएगा। 31 अगस्त को गंगवार ने फिर कॉल किया, तो उन्हें पॉलिसी की जानकारी दी। आरोपी ने कहा कि इसके लिए कुछ सर्विस टैक्स जमा करना होगा, जो बाद में पूरा वापस हो जाता है। उनसे अलग-अलग किश्त में आरोपी ने 2.42 लाख ले लिया। उसके बाद फिर पैसे की मांग करने लगा। तब देवांगन को शक हुआ और पुलिस में शिकायत की।
बीमा कंपनियों के कर्मचारियों से सांठगांठ : पुलिस ने जब छापा मारा तो आरोपी अपने दफ्तर में बैठा हुआ था। जहां टेलीकॉलर के लिए अलग-अलग कंप्यूटर सिस्टम और फोन लगे हुए थे। आरोपी ने वेतन बेस में लोगों को नौकरी पर रखा था, जो उसके लिए ग्राहक फंसाने का काम करते हैं। इसमें उसका एक पार्टनर भी शामिल हैं, जो फरार है। पुलिस को शक है कि आरोपी का बीमा कंपनियों के कर्मचारियों से सांठगांठ है। जहां से डेटा लेकर वह लोगों का कॉल कर रहा है। आरोपियों के पास बीमा करने वाले लोगों की जानकारी है, तभी चुनकर उन्हें की कॉल करते हैं।
कंप्यूटर सिस्टम की जांच में मिला डाटा : पुलिस ने दिल्ली में छापा मारकर आधा दर्जन कंप्यूटर सिस्टम, मोबाइल, फोन, दस्तावेज के साथ 20 हजार जब्त किया है। कंप्यूटर की जांच के दौरान कुछ महत्वपूर्ण डेटा मिला है। आरोपी के पास आधा दर्जन बैंक खाते है। इसमें दो दर्जन से ज्यादा ट्रांजेक्शन दिख रहा है। उसमें 50 हजार से लेकर ढाई लाख रुपए तक जमा हुए हैं। पुलिस को शक है कि आरोपियों ने कॉल करके दर्जनों से ठगी की है।