बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को मिठाई खिलाने का झांसा देकर शातिर ठग ने बॉडी मिस्त्री से 1 लाख 62 हजार रूपए ठग लिए। शातिर के जाल में प्रार्थी इस कदर फंसा रहा कि अलगअलग समय में 18 बैंक खातों में रूपए ट्रांसफर करने के दौरान भी उसे स्वयं के ठगे जाने का अहसास नहीं हुआ। जब शातिर का मोबाइल बंद हुआ तब उसने इस मामले में ठगी का अहसास हुआ और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
अब पुलिस अधिकारी इस मामले में इस्तेमाल हुए बैंक खाते और मोबाइल नम्बर की जांच कर शातिर आरोपी तक पहुंचने की कवायद में जुटे हुए हैं। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के गम्हरिया का है। शहर के नजदीक स्थित इस गांव के निवासी कैलाश शर्मा पिता मुकदेव शर्मा,वाहन के बॉडी रिपेयरिंग का काम करते हैं।
उन्होंने बताया कि 30 जुलाई 2017 में उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। इसमें आन लाइन केबीसी गेम में उनके नाम से 25 लाख का लाटरी निकलने की बात कहते हुए कॉलर ने बधाई देते हुए अपने जाल में फांस लिया। पीड़ित के मुताबिक पहली बार आए इस काल में उनसे किसी तरह की कोई मांग नहीं की गई थी।
कुछ देर के बाद अज्ञात कॉलर ने पुन: कॉल करके बताया कि इस लॉटरी ड्रा की खुशी में अमिताभ बच्चन और विक्रम सिंह को मिठाई खिलाना है। इसके लिए 81 सौ रूपए बैंक खाते में आपकों देना होगा। झांसे में आकर प्रार्थी कैलाश शर्मा ने बताए गए खाते में रूपए ट्रांसफरर कर दिया। इसके बाद लॉटरी के रकम का लालच देकर शातिर ने 18 बार अलग—अलग बैंक खातों में प्रार्थी से कुल 1 लाख 62 हजार रूपए ट्रांसफर करा लिए।
इस बीच पीड़ित को कभी स्वयं के ठगे जाने का अहसास नहीं हुआ। कैलाश शर्मा के मुताबिक अंतिम बार जब इस अज्ञात ठग से उसकी बात हुई तो उसने गम्हरिया स्थित उसके दुकान के लोकेशन के साथ उसके काम के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इस बात को सुनकर उसे ठगी का अहसास हुआ और उसने इसकी शिकायत सिटी कोतवाली जशपुर के साथ आईजी सरगुजा,एसपी जशपुर,साईबर सेल से की।
कोतवाली प्रभारी जशपुर के मुताबिक शिकायत मिलने के बाद इस मामले की प्रारंभिक जांच के बाद अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस शातिर ठग द्वारा इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर के साथ बैंक खातों की जांच भी कर रही है, लेकिन जांच की प्रक्रिया लंबा होने से इस पूरे मामले में देरी होने का अंदेशा जताया जा रहा है। वहीं पीड़ित का कहना है कि शातिर ठग उसके जैसे किसी और को अपना शिकार ना बना पाए,इसी उद्देश्य से उसने मामले की शिकायत की है।