लोकसभा चुनावों के बाद तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा विपक्ष को बड़ा झटका देने की तैयारी में हैं। हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड के विपक्षी खेमे के लगभग एक दर्जन बड़े नेता भाजपा में आ सकते हैं। उल्लेखनीय है बीते तीन महीने में विपक्ष से 10 राज्यसभा सांसदों के साथ कई विधायक और अन्य नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं।भाजपा ने तीनों राज्यों में चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है। पार्टी महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, जबकि हरियाणा और झारखंड में कुछ स्थानीय दलों को साथ ले सकती है। पार्टी के एक प्रमुख नेता ने कहा है कि तीनों राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं और संगठन बेहद मजबूत है। ऐसे में पार्टी को किसी दल को तोड़ने की जरूरत नहीं है, लेकिन यदि कोई नेता भाजपा की नीतियों और नेतृत्व से प्रभावित होकर आता है तो उसका भी स्वागत किया जाएगा। भाजपा देश की सबसे बड़ी पार्टी है और उससे लोग जुड़ते हैं, यह स्वाभाविक है।
महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी की बढ़ेंगी दिक्कतें
पिछले विधानसभा चुनाव और इस बार लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद विपक्ष विखराव से जूझ रहा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा के कई प्रमुख नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। सूत्रों के अनुसार चुनावों की घोषणा होने के पहले इन दोनों दलों के कुछ विधायक और पदाधिकारी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
हरियाणा में विपक्ष भाजपा को नहीं दे पा रहा है चुनौती
हरियाणा में ओमप्रकाश चोटाला की इनेलो के दो फाड़ होने के बाद दोनों घटक भाजपा को चुनौती देने के बजाए अपने अस्तित्व की लड़ाई में व्यस्त हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस अपने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुडा के बागी तेवरों से परेशान है। प्रदेश भाजपा के एक प्रमुख नेता ने कहा है कि विपक्ष के कई नेता भाजपा के संपर्क में हैं। हालांकि वह चाहते हैं कि कुछ तो दम विपक्ष में भी रहनी चाहिए। झारखंड में भाजपा की रणनीति इन दोनों राज्यों से अलग है। आदिवासी राज्य होने के साथ वहां पर विपक्ष अपेक्षाकृत मजबूत है, लेकिन उसके पास प्रभावी नेताओं की कमी है। सूत्रों के अनुसार वहां विपक्षी खेमे के कुछ नेता जल्द भाजपा में आ सकते हैं।