उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में आकमपुर गांव के पास बबूल की झाड़ियों में छिपे साधु वेशधारी चार युवकों को बच्चा चोर गिरोह के संदेह पर ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ में तीनों ने खुद को मेरठ जिले का निवासी बताया। उन्होंने मांगकर खाने और अयोध्या से लौटने की बात पुलिस को बताई है। पुलिस ने उनके पते की जांच कर रही है। सभी को अभी थाने में ही रोका गया है। गुरुवार दोपहर आकमपुर गांव के लोगों ने उन्नाव-रायबरेली मार्ग पर गांव के सामने बबूल की झाड़ियों के पास साधुवेश में चार लोगों को संदिग्ध हालात में बैठे देखा।
इनमें तीन युवक सिर पर लाल रंग का साफा बांधे थे। सही नाम पते की जानकारी न देने पाने पर ग्रामीणों ने 100 नंबर पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पीआरवी चारों को थाना लेकर चली गई। एसएसआई गौरव कुमार ने बताया कि पूछताछ में चारों ने बताया कि वह अयोध्या से दर्शन कर मेरठ जा रहे थे।
इनमें शशिपलनाथ (35), मुन्नानाथ (30), राहुलनाथ (32) व अलखु (28) मेरठ के किला परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम आसिफाबाद समसपुर निवासी हैं। उनके पास से एक वैन भी मिली है। वैन का नंबर और बताए गए नाम व पता के आधार पर जांच की जा रही है।
वहीं आकमपुर गांव के दीपू, ओमप्रकाश यादव, व गुड्डन समेत अन्य ने बताया कि चारों बबूल की झाड़ियों में अलग-अलग बैठे थे। जिस जगह वह बैठे थे स्कूल से छुट्टी के बाद बच्चे वहीं से गुजरते हैं। कुछ ही दूर पर उनकी वैन भी खड़ी थी।