नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत ट्रैफिक कॉन्स्टेबल को बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर का चालान काटना चौकी और थाने के लिए महंगा पड़ गया. गुरुवार को तेजगढ़ी चौराहे पर जेई सोम प्रकाश गर्ग बिना हेलमेट लगाए स्कूटी से जा रहे थे. रास्ते में चौराहे पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल राजेश कुमार ने उन्हें रोका और गाड़ी के कागज दिखाने को कहा. जेई ने अपनी ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) और आरसी दिखाई. लेकिन उनके पास इंश्योरेंस और पोल्यूशन सर्टिफिकेट नहीं था और न ही उन्होंने हेलमेट पहन रखा था. चालान कटता देख जेई ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताया. लेकिन फिर भी उनका तीन हजार का चालान काट दिया गया. जिससे नाराज जेई ने थाने और चौकी की बिजली कटवा दी.
इस दौरान जेई और हेड कॉन्स्टेबल में सड़क पर जमकर बहसबाजी हुई. इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में जेई यह कहते नजर आ रहे हैं कि पुलिस कौन से नियम का पालन करती है. पुलिस चौकी और थाने पर लाखों का बिजली बिल बकाया है. जिसके बाद जेई ने फोन कर के लाइनमैन को बुला लिया. पहले तेजगढ़ी चौकी और फिर मेडिकल थाने की बिजली काट दी गई.
देर शाम जोड़ी गई बिजली
बिजली कटते ही पुलिस विभाग के अफसरों में हड़कंप मच गया. इंस्पेक्टर ने पता किया तो जेई की स्कूटी का चालान काटने के बदले में बिजली काटने की बात सामने आई. फिर इंस्पेक्टर ने बिजली विभाग के बड़े अफसरों से संपर्क कर बिजली जुड़वाने की गुहार लगाई. इसके बाद देर शाम बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई. इंस्पेक्टर ने बताया कि थाने का 27 हजार रुपए का बिल भुगतान नहीं हुआ है. चौकी के बिल की जानकारी उनके पास नहीं है.
अधीक्षण अभियंता ने कही जांच की बात
उधर मेल में अधीक्षण अभियंता ए.के पाठक ने कहा कि जेई ने बकाया बिल होने पर मेडिकल थाने और तेजगढ़ी चौकी की बिजली कटवा दी थी. उच्च अधिकारियों से बातचीत और बकाया जमा करने के आश्वासन पर कनेक्शन दोबारा जुड़वा दिया गया. चालान काटे जाने के विरोध में बिजली काटने की जांच कराई जाएगी.