बिहार के एक जाने माने केंद्रीय मंत्री हैं राम विलास पासवान. एनडीए सरकार में केंद्रीय उपभोक्ता मामले व खाद्य मंत्री हैं. अभी कुछ दिनों पूर्व ही उन्होंने दिल्ली के खान मार्केट से सेब मंगाया. लेकिन पासवान के घर जो सेब पहुंचा उसमें काफी अधिक मात्रा में वैक्स लगा था. जिसके बाद इसकी जांच होने लगी. लेकिन क्या आपको ये बात पता थी कि मार्केट में मिलने वाला चमचमाता सेब नैचुरली वैसा नहीं होता. न की कश्मीर के सेब इतने चमकीले होते हैं. बल्कि इन पर केमिकल वैक्स की परत चढ़ाकर बेचा जाता है.
दुकानदारों को भी पता है कि खरीददार चमकने और ज्यादा सुंदर दिखने वाले सेबों की तरफ ही आकर्षित होगा. इधर खरीददार भी सोचता है कि कितना साफ-सुंदर और हेल्दी सेब खरीद रहे हैं.
हालांकि फलों पर तीन तरह के वैक्स के इस्तेमाल की अनुमति होती है
आयात होने वाले फलों पर जेनरली वैक्स लगा होता है. लेकिन एडिबल कलर की तरह ही ये वैक्स एडिबल यानी खाने वाले होते हैं. ये तीन तरह के होते हैं और इनका यूज भी एक से दो बूंद ही होता है.
ऊपर से यह भी अनिवार्य है कि सेब पर यह लिखा हो कि इसमें वैक्स की कोटिंग है.फलों में इस्तेमाल होने वाले इन वैक्स को मधुमक्खी के छत्ते से निकलने वाले वैक्स से भी तैयार किया जाता है. लेकिन घरेलू बाजारों में सब्जियां और फलों को चमकाने के लिए पेट्रोलियम लुब्रिकेंट्स का इस्तेमाल किया जाता है. ये स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह होते हैं.
वैक्स हटाने के तरीके
- अगर आप ये सोच रहे हैं कि सेब को छील कर खाने से वैक्स हट जाएगा तो यह पूरी तरह सही नहीं है. इसलिए सबसे बढ़िया तरीका है कि सेब को काफी गर्म पानी में एक मिनट के लिए डालकर छोड़ दें. फिर निकालकर साफ तौलिए से पोछकर अलग रख दें.
- आप पानी में नींबू के रस और बेकिंग सोडा का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
- इसके अलावा पानी में शिरका या एसीवी का भी उपयोग कर सकते हैं.