उत्तर प्रदेश के रायबरेली में महराजगंज कोतवाली के एक दरोगा को बिना हेल्मेट एक ग्रामीण की बाइक का चालान करना महंगा पड़ गया। लोग विरोध करने लगे। कुछ लोगों ने मौके पर दरोगा से कहा कि-आप भी तो हेलमेट नहीं लगाए हैं, अपना भी चालान कीजिए। फिर क्या था, मौके पर भारी भीड़ जुट गई। ग्रामीण अड़ गए जब तक दरोगा अपना चालान नहीं काटेगा, तब तक जाने नहीं देंगे। मजबूरी में दरोगा को अपनी ही चालान बुक से खुद की बाइक का चालान करना पड़ा।
झुंझलाहट में दरोगा ने ग्रामीणों को देख लेने की धमकी दी और चलते बने। इस धमकी का वीडियो भी कुछ देर में वायरल हो गया। जिससे कोतवाल का भी पारा चढ़ गया और वह अपने दरोगा का बचाव करने लगे। हुआ यूं कि महराजगंज कोतवाली में तैनात दरोगा अशोक कुमार शुक्रवार को कैंड़ावा गांव गए थे। वहां उन्होंने देखा कि एक बाइक पर तीन लोग सवार हैं।
बाइक चला रहा युवक हेल्मेट भी नहीं लगाए है। दरोगा ने बाइक को पगडंडी वाले संकरे रास्ते पर रोका और चालान कर दिया। इसकी भनक लगते ही ग्रामीणों की भीड़ इकठ्ठा हो गई।
ग्रामीणों ने तर्क दिया कि युवक खेत के पास बाइक चला रहा था, सड़क पर नहीं। दरोगा नहीं माने तो ग्रामीण अड़ गए कि-आपको भी अपना चालान करना पड़ेगा.क्योंकि हेल्मेट नहीं लगा हैं। उधर, इस मामले में कोतवाल लालचंद्र सरोज ने पहले तो अनभिज्ञता जाहिर की, बाद में कहा कि अधिकारियों से बात करके कार्रवाई होगी।
क्या कहतें है सीओ
महराजगंज क्षेत्राधिकारी विनीत कुमार सिंह का कहना है कि मामले में दोनों पक्षों को समझा दिया गया है, मामले की जांच कराई जा रही हैै। अगर दरोगा दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में कुछ ग्रामीणों के खिलाफ शांति व्यवस्था की धारा में कार्रवाई की गई है।