तेलंगाना के हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ पहले गैंगरेप किया गया फिर उसकी हत्या कर दी गई। दरिंदे पहचान छिपाने के लिए डॉक्टर के शव को कई किलोमीटर दूर ले जाकर रंगा रेड्डी जिले के एक पुल पर पेट्रोल छिड़ककर जला दिया। घटना के बाद से पूरे देश में उबाल है। लोग सड़कों पर उतर आए हैं और डॉक्टर को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में देश की राजधानी दिल्ली में महिला डॉक्टर की हत्या के खिलाफ एक अकेली युवती ने ससंद भवन के पास सड़क पर बैठकर अपना विरोध जताया। मीडिया से बात करते हुए इस युवती ने बहुत ही भावुक अंदाज में महिलाओं के खिलाफ हो रहे ऐसे जघन्य मामलों में अपनी आवाज बुलंद की।
अनु दुबे नाम की एक छात्रा को इसी मुद्दे पर संसद के बाहर प्रदर्शन करने पर पार्ल्यामेंट स्ट्रीट थाने में हिरासत में ले लिया गया। छात्रा का आरोप है कि उसे 4 घंटे से अधिक वक्त तक पुलिस स्टेशन में रखा गया। इस घटना पर दिल्ली महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। संसद के सामने धरने पर बैठी छात्रा के हाथ में एक बोर्ड था। इस पर लिखा था- ‘Why I can’t feel safe in my home, india?’ यानी मैं अपने घर भारत में सुरक्षित क्यों नहीं हूं?
जब मीडिया ने इस लड़की से पूछा कि वह यहां क्यों बैठी हैं? तो छात्रा ने कहा कि सुबह सात बजे से बैठी हूं। निर्भया हो गया, कठुआ हो गया। छोटी बच्चियों का रेप हो रहा है। आज वो लड़की जली है कल मैं भी जल जाऊंगी, लेकिन मैं लड़ूगी। अब डरने का मन नहीं करता, अब मन भर गया है। छात्रा ने आगे कहा कि जवाब सरकार देगी, सांसद देंगे इसलिए सांसदों से मिलने और उनसे सवाल पूछने यहां आई हू। किसी को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा है।