नई दिल्ली। भारत की स्वदेसी वैक्सीन की पूरी दुनिया में मांग बढ़ रही है। वहीं भारत ने पड़ोसी प्रथम नीति के तहत पड़ोसी एवं मित्र देशों को कोविड-19 के वैक्सीन की आपूर्ति शुरू कर दी गई है। भूटान और मालदीव सहित कई देशों को कोरोना वैक्सीन पहुंचाई है। गुरुवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भूटान और मालदीव को वैक्सीन पहुंचने की तस्वीर साझा की है। जयशंकर ने कहा कि भारतीय वैक्सीन मालदीव पहुंची, जो हमारी विशेष मित्रता को प्रदर्शित करता है।
जानकारी के मुताबिक भारत में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद विश्व के अनेक देशों में भारतीय वैक्सीन की डिमांड बढ़ गई है। दुनिया के 92 देशों ने भारत में बनी वैक्सीन के लिए सरकार से संपर्क किया है। बता दें कि भारत में बनी वैक्सीन के सबसे कम साइड इफेक्ट देखे गए हैं। इसकी जानकारी होने के बाद पूरे विश्व में मेड इन इंडिया वैक्सीन की डिमांड बढ़ गई है।
इससे पहले भारत ने सहायता अनुदान एवं पड़ोस प्रथम नीति के तहत बृहस्पतिवार को कोविड-19 के टीके की 20 लाख खुराक बांग्लादेश और दस लाख खुराक नेपाल को भेजीं। वहीं ब्राजील और मोरक्को को टीका भेजे जाने के साथ टीके की वाणिज्यिक आपूर्ति की शुरुआत आज की जा रही है। बताया जा रहा है कि ब्राजील और मोरक्को को टीके की बीस-बीस लाख खुराक वाणिज्यिक आपूर्ति के तहत भेजी जाएंगी। इसके अलावा 15 लाख खुराक की खेप आज म्यांमा पहुंचा दी जाएगी। शुक्रवार को सेशल्स को टीके की 50 हजार खुराक और मॉरीशस को एक लाख खुराज भेजी जाएंगी।
बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया कि भारत के लोगों और सरकार की तरफ से बांग्लादेश के लोगों और सरकार को ‘मेड इन इंडिया’ कोविड-19 के टीके की 20 लाख खुराक सौंपी गईं।
भारतीय उच्चायुक्त वी दुरईस्वामी ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री डा. ए के अब्दुल मोमिन और स्वास्थ्य मंत्री जाहिद मलिक को ये खेप सौंपी।
नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली ने कोविड-19 टीके की 10 लाख खुराक भेजने के लिए बृहस्पतिवार को भारत सरकार को धन्यवाद दिया।
ओली ने ट्वीट किया, “नेपाल को कोविड टीके की दस लाख खुराक भेजने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और सरकार तथा भारत के लोगों को धन्यवाद देता हूं। यह सहायता ऐसे समय दी गई है जब भारत को अपने लोगों को भी टीका लगाना है।”
ओली के ट्वीट का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “धन्यवाद प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली। कोविड-19 महामारी से मुकाबले के लिए नेपाल के लोगों की सहायता करने के प्रति भारत प्रतिबद्ध है। टीका भारत में निर्मित है और महामारी को वैश्विक स्तर पर रोकने में मददगार साबित होगा
दुनिया के कई देशों ने भारतीय वैक्सीन को लेकर रुचि दिखाई है। डोमिनिकन रिपब्लिक के पीएम रूजवेल्ट स्केरिट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना वैक्सीन भेजने का अनुरोध किया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि पूरी विनम्रता के साथ मैं आपसे वैक्सीन भेजने का अनुरोध करता हूं, ताकि हम अपने लोगों को महामारी से सुरक्षित कर सकें।
वहीं ब्राजील ने वैक्सीन लाने के लिए विशेष विमान भारत भेजा है। वहां के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो पीएम मोदी को पत्र लिखकर टीका भेजने का अनुरोध कर चुके हैं। इस बीच, बोलीविया की सरकार ने 50 लाख डोज कोरोना वैक्सीन के लिए सीरम इंस्टीट्यूट के साथ अनुबंध किया है।
देश में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत कोविशील्ड और कोवैक्सीन लगाई जा रही है। इनमें कोविशील्ड का विकास ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका ने किया है। इसका उत्पादन पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट कर रहा है। कोवैक्सीन पूरी तरह स्वदेशी वैक्सीन है और इसका निर्माण भारत बायोटेक ने आइसीएमआर के साथ मिलकर किया है।