कोरोना वायरस (Corona virus) का असर शिक्षण संस्थानों पर भी पड़ा है. कई महीनों तक स्कूल और कॉलेजेज बंद रहे थे. ऐसे में पास आउट विद्यार्थियों को भी नौकरी मिलने में काफी दिक्कतें हुई थीं. लेकिन इसी बीच मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एक अच्छी खबर सामने आई है. कोरोना काल के बाद आईआईएम इंदौर (IIM Indore) में पहला प्लेसमेंट हुआ है. सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, संस्थान में इस बार देशी-विदेशी 210 कंपनियां आईं. इनमें विदेशी कंपनी ने सर्वाधिक 56.8 लाख का ऑफर दिया, जबकि देशी कंपनी का सबसे बड़ा ऑफर 41.5 लाख रहा. घरेलू कंपनियों (Domestic Companies) में पैकेज का औसत 23.6 लाख सालाना रहा, जो पिछले साल से 3 फीसदी अधिक है.
जानकारी के मुताबिक, बैच के श्रेष्ठ 100 छात्रों को 33 लाख रुपए सालाना औसत सैलरी का ऑफर दिया गया है. सबसे अधिक जॉब देने वाले सेक्टर में फाइनेंस, सेल्स एंड मार्केटिंग और कंसल्टिंग कंपनियां रहीं. कहा जा रहा है कि फाइनेंस कंपनियों ने सबसे ज्यादा 24 फीसदी जॉब्स दिए. फाइनेंस क्षेत्र की बैंक ऑफ अमेरिका, डीई शॉ, डचेस बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, जेपी मॉर्गन, कोटक महिंद्रा बैंक, गोल्डमैन सेक, मॉर्गन स्टेनली और स्टेट स्ट्रीट कंपनियों ने इनवेस्टमेंट बैंकिंग, कॉर्पोरेट बैंकिंग, प्राइवेट इक्विटी और इक्विटी रिसर्च जैसी भूमिकाएं छात्रों को दीं.
कंपनियों ने हमारे छात्रों पर भरोसा किया है
बता दें कि पिछले साल घरेलू कंपनियों सबसे अधिक 50 लाख सालाना रैकेज दिया था. इस बार इसमें 8.5 लाख की कमी आई है. प्लेसमेंट में शामिल कंपनियों में 40 से ज्यादा नई थीं. आईआईएम निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय ने कहा कि यह खुशी की बात है कि इन परिस्थितियों में भी कंपनियों ने हमारे छात्रों पर भरोसा किया है.