मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि अगर केंद्र सरकार फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी देती है, तो किसानों को राहत मिलेगी। मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से अपील करते हुए कहा कि किसानों का अपमान न किया जाए।
मलिक ने अपने गृह जिले बागपत में ये बातें कहीं। उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी रोकने का भी दावा किया। साथ ही कहा कि कोई भी कानून किसानों के पक्ष में नहीं है। वे जहां भी जाते हैं, वहां लाठीचार्ज कर दिया जाता है। देश में किसानों के हालात खराब बताते हुए मलिक ने कहा- वे हर दिन गरीब हो रहे हैं, जबकि सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन हर 3 साल के बाद बढ़ जाता है। एक किसान जो बोता है वह सस्ता होता है और वह जो भी खरीदता है वह महंगा।
बागपत में सत्यपाल मलिक के दावे
कृषि कानूनों का विरोध करने वाले सिख किसानों का जिक्र करते हुए मलिक ने कहा कि मैं सिखों को जानता हूं। वे 300 साल तक कोई बात नहीं भूलते। मिसेज गांधी (इंदिरा गांधी) ने जब ऑपरेशन ब्लू स्टार कराया तो अपने फार्म हाउस पर एक महीने तक महामृत्युंजय मंत्र जाप कराया था।
मैं एक किसान परिवार से हूं। इसलिए उनकी समस्याओं को समझ सकता हूं। मैं किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए किसी भी हद तक जाऊंगा। यह गलत रास्ता है। किसानों को दबाकर भेजना, अपमानित करके दिल्ली से भेजना। पहले तो ये जाएंगे नहीं। ये जाने के लिए नहीं आए।
गवर्नर को चुप रहना पड़ता है। सिर्फ दस्तखत करने पड़ते हैं। किसी बात पर बोलना नहीं पड़ता। मैं जरूर बोलता हूं। किसानों के मामले में मैंने देखा कि क्या-क्या हो रहा है। तब मैंने PM नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों से कहा कि मेरी दो प्रार्थना हैं। एक कि इन्हें दिल्ली से खाली हाथ नहीं भेजना। दूसरा इनके ऊपर बल प्रयोग नहीं करना।
जिस दिन टिकैत की गिरफ्तारी का शोर मचा था, तो 11 बजे मैंने इसे रुकवाया और कहा कि यही मत करना।