पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के लिए बनाए जा रहे माहौल की तारीफ की। उन्होंने लिखा कि दोनों देशों के बीच के मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत जरूरी है। खासतौर पर जम्मू और कश्मीर का मुद्दा इसी तरह सुलझाया जा सकता है।
ये चिट्ठी इमरान ने PM मोदी को उस पत्र के जवाब में लिखी है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान दिवस पर शुभकामनाएं दी थीं। पत्र में मोदी ने लिखा था कि भारत पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध चाहता है। इसके लिए दोनों देशों के बीच भरोसा होना जरूरी है, लेकिन भरोसे के लिए आतंक पर लगाम लगाना जरूरी है।
इमरान कश्मीर का राग अलापना नहीं भूले
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान के लोग भी पड़ोसी देशों के साथ बेहतर संबंध चाहते हैं और उस लिस्ट में भारत का नाम भी शामिल है। मोदी के आतंक पर लगाम लगाने की बात पर इमरान ने कहा कि शांति के लिए कश्मीर मुद्दे का हल होना भी जरूरी है। पाकिस्तान भी साउथ एशिया में शांति चाहता है। इमरान ने भारत के लोगों को कोरोना से जल्द उबरने की शुभकामनाएं दी हैं।
बंद कमरे में बनी रिश्ते सुधारने पर सहमति
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 26 फरवरी को नई दिल्ली पहुंचे UAE के विदेश मंत्री और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच रीजनल और इंटरनेशनल मुद्दों पर अहम बातें हुईं थीं। बंद कमरे में हुई बैठक में पाकिस्तान और भारत के बीच रिश्ते सुधारने को लेकर बातचीत हुई। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की मानें तो दोनों देशों का सीजफायर समझौता बहाल करना तो सिर्फ शुरुआत है। अब तेजी से भारत और पाकिस्तान संबंध सुधारने की दिशा में काम शुरू कर देंगे।
DGMO लेवल की बैठक में दिखे थे पॉजिटिव डेवलपमेंट
फरवरी के आखिर में भारत और पाकिस्तान की सेना में डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) लेवल की बैठक हुई थी। तब हॉटलाइन पर बात करते हुए दोनों देश 2003 के सीजफायर समझौते का पूरी तरह से पालन करने पर राजी हुए थे। UAE ने इस डेवलपमेंट की सराहना की थी और 24 घंटे बाद वहां के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद भारत की यात्रा पर पहुंचे थे।