पूरा महाराष्ट्र (Maharashtra) कोरोना वायरस महामारी के अब तक के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. वहीं, राज्य के प्रमुख शहरों में से एक पुणे के हालात बदतर होते जा रहे हैं. यहां निजी और सरकारी अस्पताल बिस्तरों और वेंटिलेटर (Ventilator) की कमी से जूझ रहे हैं. हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि नगर निगम को सेना (Army) से मदद मांगनी पड़ी है. दावा किया जा रहा है कि सेना मदद के लिए तैयार हो गई है.
पुणे स्थित सेना के अस्पताल में 335 बिस्तर और 15 वेंटिलेटर हैं. ऐसे में पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने सेना से अस्पताल के बिस्तर और वेंटिलेटर मुहैया कराने की अपील की है. कहा जा रहा है कि इस मामले में सेना की तरफ से हरी झंडी मिल गई है
निगम आयुक्त का कहना है कि सेना की तरफ से शाम तक मदद मिल जाएगी. फिलहाल पुणे में 445 वेंटिलेटर हैं और सभी पर मरीजों का इलाज जारी है. पुणे के अलावा कोरोना वायरस से महाराष्ट्र के कई अन्य जिलों के भी कोविड स्थिति काफी खराब हो चुकी है.
मरीजों की आपबीती
आलम यह है कि अस्पताल में एक बिस्तर या वेंटिलेटर के लिए मरीजों को रात-दिन घूमना पड़ रहा है. एक मरीज के परिजन ने बताया ‘मैं रात से परेशान हूं. मेरी दादी पॉजिटिव है. शहर के सभी अस्पतालों के चक्कर लगा कर आया हूं. कही भी कोई बेड खाली नहीं है. बड़ी मुश्किल से यह एक बेड मिला है.’ एक अन्य मरीज ने कहा कि उसका भाई कोरोना से जूझ रहा है, जिसका ऑक्सीजन लेवल 40 है. उन्होंने बताया कि रातभर से कोई भी बिस्तर नहीं मिल रहा है
पुणे में कोरोना वायरस के हाल
पुणे जिले में अब तक कोरोना वायरस के 5 लाख 96 हजार 009 मरीज मिल चुके हैं. यहां अब तक 8 हजार 474 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं. देश के सबसे प्रभावित राज्य महाराष्ट्र का सर्वाधिक प्रभावित जिला पुणे ही है. यहां फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या 84 हजार 309 पर बनी हुई है. ये आंकड़े www.covid19india.org से लिए गए हैं. पुणे के बाद मुंबई के हाल बेहाल हैं. गुरुवार को राज्य में 55 हजार मामले दर्ज किए गए हैं.