नेटवर्क 18 और फेडरल बैंक ने बुधवार को बीएसएफ के महानिदेशक राकेश अस्थाना और अभिनेता सोनू सूद की मौजूदगी में कोविड -19 रोधी टीकाकरण के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर ‘संजीवनी- एक टीका जिन्दगी का अभियान’ लॉन्च किया. इस दौरान कैंपेन के अंबेसडेर अभिनेता सोनू सूद ने आज खुद को टीका लगवाया. उन्होंने कहा, ‘मुझे वह समय (बीता साल) याद है जब प्रवासी अपने घरों की ओर जा रहे थे. हमने उनसे शांत रहने और सुरक्षित रहने की अपील की. अब हमारे पास कोविड रोधी टीका है, जो कोई भी हमारी बात सुन रहा है, उसे टीका लगवाना चाहिए.
विश्व स्वास्थ्य दिवस शुरू किए गए अभियान का उद्देश्य कोविड
-19 रोधी टीके के बारे में जागरूकता पैदा करना है. इस कार्यक्रम के तहत लोगों को यह जानकारी भी दी जाएगी कि आखिर टीका लगवाना क्यों जरूरी है. इस कार्यक्रम के दौरान फेडरल बैंक के एमडी और सीईओ श्याम श्रीनिवासन भी मौजूद थे. सूद ने कहा, ‘लोगों को अपने परिवार,और देशवासियों को सुरक्षित रखने के लिए कोविड -19 रोधी टीका लगवाना चाहिए.’ सूद ने कहा देश के लिए बहुत जरूरी है कि हम अपने आसपास के लोगों कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए मोटिवेट करें, उससे जुड़े वहम को दूर करें.
मैं खुद इस मामले की छानबीन में लगा हुआ- अदार
इसी कड़ी में CNN-NEWS18 ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) में खास बात की. इस दौरान पूनावाला ने दावा किया कि उनकी कंपनी द्वारा निर्मित वैक्सीन – Covishield का इस्तेमाल करने वाले को किसी अन्य बूस्टर डोज की जरूरत नहीं है. कुछ महीने पहले तक वैक्सीन को न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से जोड़ा जा रहा था. अब खून के थक्के बनने की बात कही जा रही है
उन्होंने कहा कि अलग-अलग देश के स्वास्थ्य मंत्रालयों, अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य निकाय WHO द्वारा जारी जांच के साथ-साथ मैं खुद इस मामले की छानबीन में लगा हुआ हूं. पूनावाला ने कहा कि कुछ वैक्सीन्स में बूस्टर डोज की जरूरत पड़ती है. हमारी वैक्सीन में किसी किस्म के बूस्टर डोज की जरूरत नहीं है.