नेटवर्क 18 और फेडरल बैंक ने देश में विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर कोरोना रोधी वैक्सीनेशन के लिए लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए संजीवनी अभियान (Sanjeevani A Shot of Life: Federal Bank and Network 18 Initiative) शुरू किया है. बुधवार को भारत-पाकिस्तान सीमा स्थित अटारी बॉर्डर पर शुरू किए गए कार्यक्रम के जरिए लोगों में कोरोना के टीकों के प्रति विश्वास पैदा करने की कड़ी में CNN-NEWS18 ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) से खास बात की.
इस दौरान पूनावाला ने दावा किया कि उनकी कंपनी द्वारा निर्मित वैक्सीन – Covishield का इस्तेमाल करने वाले को किसी
अन्य बूस्टर डोज की जरूरत नहीं है. कुछ महीने पहले तक वैक्सीन को न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से जोड़ा जा रहा था. अब खून के थक्के बनने की बात कही जा रही है.
मैं खुद इस मामले की छानबीन में लगा हुआ- अदार
उन्होंने कहा कि अलग-अलग देश के स्वास्थ्य मंत्रालयों, अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य निकाय WHO द्वारा जारी जांच के साथ-साथ मैं खुद इस मामले की छानबीन में लगा हुआ हूं. पूनावाला ने कहा कि कुछ वैक्सीन्स में बूस्टर डोज की जरूरत पड़ती है. हमारी वैक्सीन में किसी किस्म के बूस्टर डोज की जरूरत नहीं है.
इसी कड़ी में दिल्ली में CNN-NEWS18 की पॉलिटिकल एडिटर मारिया शकील से बातचीत के दौरान नीति आयोग के उपाध्यक्ष अमिताभ कांत ने कहा कि मैंने दोनों टीके लगवा लिए है. उन्होंने कहा कि दोनों में मुझे पता ही नहीं चला दोनों इतनी आसानी से हो गया. यह सब को लगवाना चाहिए. इससे मुझे कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं हुआ है. IAS कांत ने कहा कि सेकंड वेव का फैलाव बहुत तेज है. उन्होंने कहा कि हर भारतीय को सभी नियमों का पालन करना चाहिए
कांत ने कहा कि अगर हम चाहते हैं कि हमारी जिंदगी अफेक्टेड ना हो तो हमें नियमों का पालन करना होगा. कांत ने कहा कि देश के 11 राज्य से 90% मामले आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं भारत के लोगों को कहना चाहूंगा की भारत अकेला देश है जिसने वैक्सीन बनाई है इसलिए आप सभी वैक्सीन लगवाइये.