त्तर प्रदेश के इटावा (Etawah) जिले के बलरई इलाके में एक मगरमच्छ (Crocodile) के मृत अवस्था में माइनर मे मिलने से हड़कम्प मच गया. काफी लम्बे और वजनी मगरमच्छ को देखने के लिए गांव वालों की भीड़ जुट गई. बलरई थाना क्षेत्र से गुजरने वाली भोगनीपुर गंगनहर से निकली माइनर में करीब डेढ़ कुंतल वजन के 9 फुट लंबा एक मगरमच्छ मृत अवस्था में पाया गया. गांव वालों ने जब बंबे में मगरमच्छ देखा तो यह सूचना बलरई थानाध्यक्ष राजकुमार शर्मा और फारेस्ट सेक्शन आफिसर अजीत पाल सिंह को दी.
सूचना के बाद इस पर रेस्क्यू करने के लिए बलरई थाने के उप निरीक्षक सोमेश चंद और वन दरोगा ज्ञानेश कुमार अपनी टीम
त्तर प्रदेश के इटावा (Etawah) जिले के बलरई इलाके में एक मगरमच्छ (Crocodile) के मृत अवस्था में माइनर मे मिलने से हड़कम्प मच गया. काफी लम्बे और वजनी मगरमच्छ को देखने के लिए गांव वालों की भीड़ जुट गई. बलरई थाना क्षेत्र से गुजरने वाली भोगनीपुर गंगनहर से निकली माइनर में करीब डेढ़ कुंतल वजन के 9 फुट लंबा एक मगरमच्छ मृत अवस्था में पाया गया. गांव वालों ने जब बंबे में मगरमच्छ देखा तो यह सूचना बलरई थानाध्यक्ष राजकुमार शर्मा और फारेस्ट सेक्शन आफिसर अजीत पाल सिंह को दी.
सूचना के बाद इस पर रेस्क्यू करने के लिए बलरई थाने के उप निरीक्षक सोमेश चंद और वन दरोगा ज्ञानेश कुमार अपनी टीम
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत का कारण होगा साफ- वन अधिकारी
इस संबंध में वन अधिकारी अजीत पाल सिंह ने बताया कि हस्तिनापुर में गंगा पर मगरमच्छ और घड़ियालों का सेंटर है. वहां से बुलन्दशहर होती हुई नहर के लिए पानी छोड़ा जाता है. ऐसा संभव है कि पानी के तेज बहाव में किसी तरह यह मगरमच्छ दरवाजे से निकल कर बहकर आ गया हो. प्रथम दृष्टया इसकी मौत स्वभाविक लग रही है. फिर भी मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही साफ होगा.
वैसे आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है कि जब गंग नहर की किसी माइनर मे मगरमच्छ मिला हो. इससे पहले भी मगर देखे जाते रहे हैं लेकिन किसी मरे हुए मगरमच्छ को पहली दफा देखा गया है. वैसे इन माइनरों से जीवित मगर तो कई दफा पकडे जा चुके हैं.