अमेरिका (America) के सीनेट की एक शक्तिशाली समिति ने चीन स्ट्रेटिजिक कॉम्पटीशन बिल का जोरदार समर्थन करते हुए उसे मंजूरी दी है. यह भारत (India) के लिए अहम है क्योंकि इसमें क्वाड समूह को समर्थन देने के साथ अन्य बातों तथा भारत के साथ सुरक्षा संबंधों को बढ़ाने का समर्थन किया गया है. चतुर्पक्षीय सुरक्षा संवाद के तौर पर जाना जाने वाले क्वाड समूह में अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल है.
वर्ष 2007 में इसकी स्थापना के बाद से चार सदस्य राष्ट्रों के प्रतिनिधि समय-समय पर मिल रहे हैं. चार देशों के शीर्ष नेताओं ने पिछले महीने राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा आयोजित ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था. सीनेट की विदेश संबंध मिति ने तीन घंटे की चर्चा और कई संशोधनों के साथ सामरिक प्रतिस्पर्धा अधिनियम को बुधवार को 21 मतों के साथ मंजूरी दी. इस द्विपक्षीय विधेयक के मुताबिक अमेरिका भारत के साथ व्यापक वैश्विक सामरिक साझेदार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की तस्दीक करता है और देश के साथ द्विपक्षीय रक्षा विमर्शों एवं सहयोग को और मजबूत करता है.
इसने अमेरिकी सरकार से अपील की कि वे भारत के साथ करीब से विचार-विमर्श कर ऐसे क्षेत्रों की पहचान करे जहां वह क्षेत्र में चीन के कारण उत्पन्न आर्थिक एवं सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के भारत के प्रयासों में कूटनीतिक एवं अन्य सहायता दे सके.