कोरोना के दूसरी लहर के बीच आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikant Das) प्रेस कॉन्फ्रेस कर रहे है. इस प्रेस कॉन्फ्रेस में बोलते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से इकोनॉमी काफी बडे़ स्तर पर प्रभावित हुई है. इससे जुड़ी स्थितियों पर आरबीआई की नजर बनी हुई है. दूसरी लहर के खिलाफ बड़े कदम की जरुरत है. शक्तिकांत दास ने मीडियो संबोधन में कहा-
कोरोना की पहली लहर के बाद इकोनॉमी में रिकवरी दिखनी शुरु हुई थी लेकिन दूसरी लहर ने एक बार फिर संकट पैदा कर
दिया है.
सरकार वैक्सीनेशन में तेजी ला रही है. उन्होने आगे कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी में रिकवरी के संकेत है. भारत की बात करें तो भारतीय इकोनॉमी भी दबाव से उबरती दिख रही है.
आगे अच्छे मॉनसून से ग्रामीण मांग में तेजी संभव है.
मैन्यफैक्चरिंग इकाइयों में भी धीमापन थमता नजर आ रहा है.
ट्रैक्टर सेगमेंट में तेजी बरकरार दिख रही है हालांकि अप्रैल में ऑटो रजिस्ट्रेशन में कमी दिखी है.
हेल्थ सेवा के लिए 50,000 करोड़ रुपये दिए
RBI ने इमरजेंसी हेल्थ सेवा के लिए 50,000 करोड़ रुपए दिए. इसके जरिए बैंक वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स, वैक्सीन ट्रांसपोर्ट, एक्सपोर्टर्स को आसान किस्तों पर लोन उपलब्ध कराएंगे. इसके अलावा हॉस्पिटल्स, हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स को भी इसका लाभ मिलेगा. शक्तिकांत दास ने कहा कि प्राइरोरिटी सेक्टर के लिए जल्द लोन और इंसेंटिव दिया जाएगा.
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर (Second wave of Corona) का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. देश में रोजाना 3.50 लाख से ज्यादा कोरोना के नए मामले आ रहे हैं. वहीं, बीते 24 घंटे में 3400 से ज्यादा लोगों की कोरोना से मौत हुई है. इस बीच आज सुबह 10 बजे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास मीडिया को संबोधित कर रहे हैं. आज सुबह इसकी जानकारी RBI ने ट्वीट कर दी है.
RBI गवर्नर ने खुदरा व छोटे कारोबारियों को बड़ी राहत दी है. साथ ही कुछ अन्य तरह के राहत का भी ऐलान किया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने लॉकडाउन को बताया था अंतिम विकल्प
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब तक खतरनाक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाने को अंतिम विकल्प बताते रहे हैं.. इस हफ्ते की शुरुआत में भारतीय उद्योग परिसंघ के अध्यक्ष और कोटक महिंद्रा बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) उदय कोटक ने कोरोना वायरस ट्रांसमिशन की चेन तोड़ने के लिए सरकार से आर्थिक गतिविधियों में कमी करने का विचार करने का आग्रह किया था.