इजरायल ने मंगलवार को ग़ज़ा में चरमपंथियों पर कई हवाई हमले किये और छह मंजिला इमारत को गिरा दिया, वहीं चरमपंथियों ने इजरायल में बड़ी संख्या में रॉकेट दागे. दोनों के बीच संघर्ष को एक सप्ताह से अधिक हो गया है और जंग रुकने के कोई संकेत नहीं दिख रहे. इस बीच क्षेत्र में फिलिस्तीनियों ने हड़ताल की.
ग़ज़ा सिटी में तड़के हवाई हमलों से आसमान दहल गया. इस हमले में काहिल इमारत को गिरा दिया गया जिसमें इस्लामिक यूनिवर्सिटी से संबंधित पुस्तकालय और शिक्षण केंद्र हैं. इससे इलाके में आसमान में धूल का गुबार बन गया. रात में हुए हमलों में किसी के मारे जाने की खबर नहीं है.
इजरायल और ग़ज़ा के हमास चरमपंथियों के बीच तब भारी संघर्ष शुरू हो गया जब हमास ने 10 मई को फिलिस्तीनी प्रदर्शनों के समर्थन में यरुशलम पर रॉकेट दागे. अल-अक्सा मस्जिद परिसर में सुरक्षा बलों की सख्ती तथा यहूदियों द्वारा दर्जनों फिलिस्तीनी परिवारों को वहां से निकाले जाने की कोशिशों के खिलाफ ये प्रदर्शन किये जा रहे थे.
दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के राजनयिकों और मुस्लिम देशों के विदेश मंत्रियों ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हिंसा को रोकने के प्रयासों के तहत सप्ताहांत में आपात बैठक बुलाई. इजरायल और ग़ज़ा के हमास चरमपंथी शासकों के बीच संघर्ष 2014 के बाद से सबसे भीषण स्तर पर है और अंतरराष्ट्रीय आक्रोश भी पैदा हो रहा है, लेकिन अमेरिका की विदेश नीति में पश्चिम एशिया और अफगानिस्तान से ध्यान हटाने को संकल्पित बाइडन प्रशासन ने संघर्ष में इजरायल की भूमिका की निंदा करने या क्षेत्र में एक उच्चस्तरीय राजनयिक को तैनात करने से अभी तक इनकार ही किया है. अन्य देशों की अपील का भी कोई असर नहीं दिखाई दे रहा.