यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे तहलका (Tehelka) के पूर्व मुख्य संपादक तरुण तेजपाल (Tarun Tejpal) पर आज बड़ा फैसला आ सकता है. गोवा के जिला न्यायालय ने कहा है कि बुधवार को इस मामले में फैसला सुनाया जाएगा. तेजपाल पर 2013 में गोवा एक होटल की लिफ्ट में महिला सहकर्मी का उत्पीड़न करने के आरोप हैं. हालांकि, तेजपाल लगातार इन तमाम आरोपों से इनकार करते रहे हैं.
इससे पहले जिला न्यायालय 27 अप्रैल को मामले पर फैसला सुनाने वाली थी, लेकिन जज क्षमा जोशी ने 12 मई तक के लिए सुनवाई टाल दी थी. कोर्ट ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण स्टाफ की कमी के चलते हाल में सुनवाई
स्थिगित की गई थी. कोर्ट ने बताया कि इस दौरान केवल 15 फीसदी स्टाफ के साथ काम किया जा रहा है और फैसला सुनाने से पहले मामले पर काफी काम किया जाना है.
खबर है कि अदालत बुधवार को सुबह 10:30 बजे मामले पर फैसला सुना सकती है. 8 साल पुराने इस मामले की अंतिम दलीलें मार्च में सुनी गई थीं. गोवा पुलिस ने नवंबर 2013 में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद तेजपाल को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उन्हें मई 2013 में जमानत मिल गई थी.
भाषा के अनुसार, तेजपाल भारतीय दंड संहिता की धारा 341 (गलत तरीके से रोकने), 342 (रोककर रखना), 354 (गरिमा भंग करने की मंशा से प्रताड़ना), 354-ए (यौन उत्पीड़न), 354 बी (महिला पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 376 (2) (एफ) (ऊंचे पद पर आसीन व्यक्ति द्वारा महिला के खिलाफ अपराध) और 376 (2) (के) (ऊंचे पद पर आसीन व्यक्ति द्वारा बलात्कार) के तहत मुकदमे का सामना कर रहे हैं. खास बात है कि इससे पहले तेजपाल ने बॉम्बे हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की थी, लेकिन अदालत से उन्हें राहत नहीं मिली थी.