26 मई, 2021 बुधवार को साल का पहला और आखिरी पूर्ण चंद्रग्रहण लगने जा रहा है. इस अद्भुत खगोलीय घटना के समय चांद सुर्ख लाल हो जाएगा. इसे ब्लड मून कहते हैं. दुनियाभर के कई देश इस अद्भुत खगोलीय घटना के साक्षी
बनेंगे. यह चंद्रग्रहण दक्षिण-पूर्व एशिया, पूरे ऑस्ट्रेलिया, पूरे ओशिनिया, अधिकांश अलास्का और कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकांश भागों, हवाई, पूरे मेक्सिको और मध्य के क्षेत्रों में देखा जा सकेगा. अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के भी कई भागों में ये दिखाई देगा.
चंद्रग्रहण की तिथि और समय क्या है?
चंद्रग्रहण 26 मई को घटेगा. यह इस साल का पहला पूर्ण चंद्रग्रहण है. उपछाया चंद्रग्रहण की शुरुआत 08 बजकर 47 मिनट 39 सेकेंड्स (समन्वित वैश्विक समय) पर होगी और रात 1 बजकर 49 मिनट 44 सेकेण्ड (समन्वित वैश्विक समय) पर इसका समापन हो जाएगा.
दक्षिण-पूर्व एशिया, पूरे ऑस्ट्रेलिया, पूरे ओशिनिया, अधिकांश अलास्का और कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकांश भागों, हवाई, पूरे मेक्सिको और मध्य के क्षेत्रों में देखा जा सकेगा. अमेरिका और दक्षिण अमेरिका मात्र 14 मिनट के लिए ब्लड मून चंद्रग्रहण को देख सकेंगे. लेकिन अगर मौसम ठीक रहा तभी ये अद्भुत नज़ारा दिख सकेगा.
चंद्रग्रहण की पूरा अवधि क्या है?
चंद्रग्रहण ( Lunar Eclipse ) की कुल अवधि 5 घंटे 2 मिनट की बताई जा रही है. पूर्ण चंद्र ग्रहण 14 मिनट तक रहेगा और आंशिक फेज 2 घंटे 53 मिनट तक रहेगा.
चंद्रग्रहण भारत में भी दिखाई पड़ेगा?
नहीं चंद्रग्रहण को भारत में देखा जा सकेगा. इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा.
ब्लड मून क्या है?
26 मई का चंद्रग्रहण ब्लड मून है याकी कि पूर्ण चंद्र ग्रहण. बता दें कि ये स्थिति तब उत्पन्न होती है, जबकि सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा लगभग एक सीधी रेखा में आ जाते हैं. चंद्र ग्रहण शुरू होने के बाद ये पहले काले और फिर धीरे-धीरे सुर्ख लाल रंग में तब्दील होता है, जिसे ‘ब्लड मून’ भी कहा जाता है.