छत्तीसगढ़ की पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी की सेमेस्टर परीक्षा का आगाज़ सोमवार से हो गया. हालांकि कोरोना काल के मद्देनज़र ये परीक्षा पहले की तरह नहीं हो रही है. परीक्षा का नया तरीका दिलचस्प भी है और प्रयोग भी. महामारी के दौरान यूनिवर्सिटी की सभी परीक्षाएं ब्लेंडेड मोड में ली जा रही हैं. इस व्यवस्था के मुताबिक छात्रों को ऑनलाइन क्वेश्चन पेपर भेजे गए जिनके जवाब उन्हें निश्चित समय पर लिखकर देने होंगे.
यूनिवर्सिटी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने सोमवार सुबह 6 बजे से 9 बजे तक कार्यालय में मौजूद रहकर प्रश्न पत्र “ऑनलाइन” सुबह 7 बजे सभी एग्जाम सेंटर में भेजे. सभी एग्जाम सेंटर में क्वेश्चन पेपर भेजने के लिए यूनिवर्सिटी के कुलसचिव प्रोफेसर गिरीशकांत पांडे द्वारा बटन क्लिक कर प्रक्रिया का आगाज़ किया. इसके बाद सभी एग्जाम सेंटरों से ऑनलाइन मिले क्वेश्चन पेपर को तुरंत परीक्षार्थियों के पास भेजा गया.
ये भी पढें: छत्तीसगढ़ में लॉकडॉउन खुलेगा, लेकिन शर्तों पर.. किन ज़िलों में कैसे मिलेगी राहत?
सिस्टम को पहले चेक किया गया
यूनिवर्सिटी से मिली जानकारी के मुताबिक सभी एग्जाम सेंटरों से OK की रिपोर्ट फीडबैक के रूप में मिली, जिससे यह साफ हो गया कि क्वेश्चन पेपर ठीक ढंग से पहुंच गए और उनके द्वारा छात्रों को भेज दिए गए. यूनिवर्सिटी के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा सेंटर से फीडबैक और फॉलोअप लिया गया.
पहले लिया गया ‘मॉक टेस्ट’
एग्जाम के दिन किसी भी तरह की तकनीकी दिक्कत न आए और ऑनलाइन मोड में सभी सेंटर्स तक क्वेश्चन पेपर पहुंचने के बाद छात्रों को भी समय पर सभी क्वेश्चन पेपर मिल जाएं इसलिए यूनिवर्सिटी द्वारा मॉक टेस्ट किया गया था. रिहर्सल के बाद एग्जाम के पहले दिन की प्रक्रिया सही ढंग से पूरी हुई. यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. केसरी लाल वर्मा ने उम्मीद जताई कि आगे भी ठीक ढंग से परीक्षाओं का काम चलेगा.