योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) के बीच पिछले कई दिनों से जारी विवाद के बाद अब आईएमए के राष्ट्रीय प्रमुख डॉ जेए जयलाल (Johnrose Austin Jayalal) ने कहा कि IMA रामदेव के खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव आधुनिक चिकित्सा के खिलाफ अपनी टिप्पणी वापस ले लें तो हम पुलिस में उनके खिलाफ की गई शिकायत वापस ले लेंगे.
डॉ जेए जयलाल ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, हम योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ बिल्कुल भी नहीं है. लेकिन बाबा रामदेव में जिस तरह का बयान दिया है वह कोरोना वैक्सीन के खिलाफ है. बाबा रामदेव का बयान लोगों को भ्रमित करने वाला है और लोग इससे विचलित हो सकते हैं. हमारी चिंता इसलिए भी ज्यादा बढ़ गई है क्योंकि उनके बहुत ज्यादा अनुयायी है और बाबा रामदेव की ओर से दिया गया एक भी बयान उन पर सीधे असर छोड़ता है.
दें कि डॉक्टरों के खिलाफ विवादित बयान देने को लेकर अब IMA की उत्तराखंड शाखा ने पतंजलि योगपीठ के प्रमुख स्वामी रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजा है. इस नोटिस में कहा गया है कि बाबा रामदेव अपने बयान के लिए 15 दिनों के भीतर माफी मांगें, नहीं तो IMA उनके खिलाफ 1000 करोड़ रुपए का दावा ठोकेगा. डॉक्टरों के संगठन ने मांग की है कि रामदेव को इस बयान के खिलाफ लिखित में माफी मांगनी होगी, अन्यथा कानूनी रूप से ये दावा ठोका जाएगा.
श्वासरि कोरोनिल किट को लेकर भी IMA ने जताई है आपत्ति
IMA ने स्वामी रामदेव की पतंजलि कंपनी के उत्पाद श्वासरि कोरोनिल किट को लेकर भी आपत्ति जताई है. संगठन ने रामदेव से कहा है कि इस सूचना मिलने के 76 घंटों के भीतर वे कोरोनिल किट से जुड़े सभी विज्ञापन भी वापस लें, जिसके बारे में दावा किया गया है कि यह कोविड-19 की वैक्सीन लगने के बाद साइड इफेक्ट के दुष्प्रभाव से बचाती है और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए भी प्रभावी दवा है. IMA ने रामदेव और उनके सहयोगियों पर कोरोनिल किट के बारे में भ्रामक विज्ञापन प्रसारित-प्रचारित करने का आरोप लगाया है.