कोरोना से जंग जीतने के लिए देशभर में वैक्सीनेशन का काम तेजी से किया जा रहा है। बीती 21 जून को सबसे ज्यादा टीके लगाकर रिकॉर्ड दर्ज किया गया, लेकिन उसके बाद से वैक्सीनेशन में गिरावट देखने को मिल रही है। अब तक कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या करीब 4 लाख पहुंच चुकी है।
इस बीच वैक्सीनेशन को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मंत्रिपरिषद के साथ बैठक कर चर्चा की है। पीएम मोदी ने मंत्रियों से कहा है कि तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए वैक्सीनेशन का काम युद्ध स्तर पर किया जाना चाहिए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वैक्सीनेशन पर बैठक में प्रेजेंटेशन दिया गया। मोदी ने मंत्रियों से कहा-वैक्सीनेशन के काम में आप भी हाथ बढ़ाए। लाइन में खड़े होकर देखिए कि लोगों को क्या परेशानियां आ रही है। स्वतंत्रता के 75 वर्ष पर एक बड़ा कार्यक्रम करना है। पीएम ने आगे कहा कि ऐसा माहौल बनाए जाने की जरूरत है जिससे लोगों के बीच तीसरी लहर का डर नहीं रहे।
साथ ही कोरोना उपयुक्त व्यवहार अपनाने पर जोर देना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा-जो भी प्रोजेक्ट हम शुरू करें उसे एक तार्किक अंत तक ले जाना बहुत जरूरी है।
बता दें कि बुधवार को ही भारत सरकार ने यूरोपीय यूनियन के सदस्य देशों से अनुरोध किया है कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन को वैक्सीन पासपोर्ट स्कीम में छूट दी जाए। वैक्सीन पासपोर्ट का नियम से 1 जुलाई से प्रभावी होने वाला है।
इससे भारत में वैक्सीनेशन करवाने वाले लोगों को यूरोपीय देशों में आने-जाने की इजाजत मिलेगी। यूरोप के वैक्सीन पासपोर्ट या ग्रीन पासपोर्ट में सिर्फ 4 वैक्सीन शामिल की गई हैं. इनमें फाइज़र, मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन शामिल हैं।
देशभर में तहसील व ब्लॉक स्तर पर तेजी से वैक्सीनेशन किया जा रहा है। सरकार व सामाजिक संगठनों द्वार भी वैक्सीनेशन कराने की अपील की जा रही है।