मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh News) में सोमवार को भारी बारिश से राहत मिलेगी. कई जगह बौछारें पड़ने की संभावना है. ग्वालियर, चंबल, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक मानसून ट्रफ अब हिमालय की तराई की तरफ बढ़ रही है. इसकी वजह से अधिकांश जिलों में मौसम रहेगा. मौसम विभाग ने 24 घंटे पहले 8 जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की आशंका जताई थी. इसलिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया था.
मध्य प्रदेश में भले ही सामान्य से 10 फीसदी ज्यादा बारिश हुई हो, लेकिन जबलपुर में 28 फीसदी बारिश कम हुई है. जबलपुर संभाग बारिश की बेरुखी से जूझ रहा है. इस मानसून में यहां सामान्य से 28 फीसदी कम बारिश हुई. पिछले 3 दिनों से जिले में बारिश नहीं हुई है. नया सिस्टम न बनने के चलते होने के चलते बारिश नहीं हो रही. अब तक संभाग में 16 इंच बारिश की दर्ज की गई है. धान की बुआई करने वाले किसान परेशान हैं.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh News) में सोमवार को भारी बारिश से राहत मिलेगी. कई जगह बौछारें पड़ने की संभावना है. ग्वालियर, चंबल, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक मानसून ट्रफ अब हिमालय की तराई की तरफ बढ़ रही है. इसकी वजह से अधिकांश जिलों में मौसम रहेगा. मौसम विभाग ने 24 घंटे पहले 8 जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की आशंका जताई थी. इसलिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया था.
मध्य प्रदेश में भले ही सामान्य से 10 फीसदी ज्यादा बारिश हुई हो, लेकिन जबलपुर में 28 फीसदी बारिश कम हुई है. जबलपुर संभाग बारिश की बेरुखी से जूझ रहा है. इस मानसून में यहां सामान्य से 28 फीसदी कम बारिश हुई. पिछले 3 दिनों से जिले में बारिश नहीं हुई है. नया सिस्टम न बनने के चलते होने के चलते बारिश नहीं हो रही. अब तक संभाग में 16 इंच बारिश की दर्ज की गई है. धान की बुआई करने वाले किसान परेशान हैं.