मुंबई नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने ड्रग्स तस्करी के एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसका कनेक्शन सीधे गुजरात से जुड़ रहा है. नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में गिरफ्तार ड्रग्स पैडलर्स की टोली गुजरात के मोरबी जिले में हाई प्रोफाइल लोगों को ड्रग्स की सप्लाई करती थी. इस टोली को ऑपरेट पुणे में बैठा उनका हैंडलर करता था. इस कार्रवाई में एनसीबी ने गिरोह के किंगपिन सहित 7 ड्रग्स पैडलर्स को गिरफ्तार करते हुए 6 करोड़ की ड्रग्स बरामद की है. इन 7 आरोपियों की गिरफ्तारी मोरबी, पुणे, मीरा रोड और मुंब्रा से एनसीबी ने की.
एनसीबी के आला अधिकारियों के मुताबिक गुजरात के मोरबी में ड्रग्स की सप्लाई करने वाले पैडलर लोकल के ही रहने वाले हैं, लेकिन वह पुणे में बैठे अपने हैंडलर के आदेश पर मोरबी में ड्रग्स की सप्लाई को अंजाम देते थे. जानकारी के मुताबिक पुणे में बैठा इस गिरोह का हैंडलर रेहान चिक्का पहले ग्राहकों से ड्रग्स का आर्डर लेता था. आर्डर आने के बाद वह मुंबई में बैठे अपने विश्वस्त इस्माइल इब्राहिम जहांगीर को ड्रग्स स्टॉक करने का आदेश देता था. ड्रग्स स्टॉक होने की जानकारी जैसे ही जहांगीर अपने हैंडलर चिक्का को देता था, वैसे ही चिक्का मोरबी में बैठी अपनी स्मगलिंग गैंग को मुंबई से ड्रग्स लेकर उसे मोरबी में ग्राहकों तक पहुचाने का आदेश देता था. मोरबी में हाई प्रोफाइल ग्राहकों तक जो ड्रग्स पैडलर ड्रग्स पहुंचाने का काम करते थे, उनके नाम साहिल हामिद मुल्ला, इरफान परमार, नदीम शेख, रेहान शेख और जीतू है. इन सातों आरोपियों के पास से एनसीबी ने अलग-अलग प्रकार की 6 किलो ड्रग्स बरामद की गई, जिसमें सवा दो किलो एमडी, करीब 4 किलो इफेड्रॉन और 45 ग्राम चरस शामिल है
एनसीबी का दावा है कि मुंबई से ड्रग्स लेकर गुजरात के मोरबी में उसकी सप्लाई का कारोबार यह गैंग पिछले डेढ़ सालों से कर रहा था. मामले में गिरफ्तार इरफान परमार मोरबी का ही रहने वाला है और खुद का एक रेस्टोरेंट चलाता है, जबकि नदीम और रेहान शेख ओला कार चलाने का काम करते हैं और इसी के जरिए ग्राहकों तक ड्रग्स की सप्लाई करते थे.