शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है. भारत का प्रतिनिधित्व करने पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में हैं. कार्यक्रम की शुरुआत से पहले उन्होंने रूसी समकक्ष सार्जे लावरोव (Sergey Lavrov) से मुलाकात की. दोनों मंत्रियों के बीच अफगानस्तान समेत कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई है. इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को दी. इससे पहले भी जयशंकर ने ईरान, अरमेनिया और उज्बेक के समकक्षों के साथ मुलाकात की थी. SCO शिखर सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित कर रहे हैं.
लावरोव और जयशंकर की मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी, ‘अफगानिस्तान समेत अन्य समसामायिक मुद्दों पर एक उपयोगी चर्चा रही.’ SCO शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान के मौजूदा हालात, आपसी सहयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा की जानी है. कार्यक्रम में भारत का प्रतिनिधित्व जयशंकर कर रहे हैं. तजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में यह आयोजन हाइब्रिड फॉर्मेट में किया जा रहा है.
चीन के सामने उठाया लद्दाख का मुद्दा
गुरुवार को जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच चर्चा हुई थी. इस बैठक में भारतीय विदेश मंत्री ने पूर्वी लद्दाख का मुद्दा उठाया था और इसके जल्द समाधान किए जाने का समर्थन किया था. भाषा के अनुसार, दोनों विदेश मंत्रियों ने क्षेत्र में वर्तमान हालात पर विचारों का आदान-प्रदान किया और इस बात पर सहमति जताई कि दोनों पक्षों के सैन्य एवं राजनयिक अधिकारियों को जल्द से जल्द फिर मुलाकात करनी चाहिए और लंबित मुद्दों के समाधान पर चर्चा करनी चाहिए.
इन देशों से भी कर चुके हैं मुलाकात
एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि दुशान्बे में एससीओ की बैठक से इतर ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान से ‘मिलकर खुशी हुई’. उन्होंने कहा, ‘द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय चुनौतियों पर मिलकर काम करने को लेकर चर्चा हुई.’ आर्मेनिया के विदेश मंत्री अरारत मिर्जोयान के साथ बैठक पर जयशंकर ने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग की ‘सकारात्मक समीक्षा’ की और इसे आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए.