राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) अब दक्षिण भारत में हैं. ऐसा बताया गया है कि वो कर्नाटक कांग्रेस (Karnataka congress) के टॉप लिंगायत नेता से संपर्क करने के लिए यहां आए लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. गोवा, उत्तर प्रदेश और मेघालय में चुनाव अभियानों की रूपरेखा तैयार करने के बाद वो दक्षिण भारत में उन नेताओं से मिलने की कोशिश में हैं जो तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हो सकते हैं. इसके लिए उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस नेताओं से मिलना तय किया है. सूत्रों के अनुसार इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी के संस्थापक सदस्य प्रशांत किशोर कुछ नेताओं को मनाने की कोशिश कर रहे हैं.
कर्नाटक कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार, प्रशांत किशोर के पास उन नेताओं की एक सूची है जिनसे वह मिलेंगे और गुरुवार को वो इसी प्रयास में बेंगलुरु में थे. उन्होंने बड़े कांग्रेस नेता से मिलने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके. हालांकि उन्होंने कुछ अन्य नेताओं और कुछ मौजूदा सांसदों से मुलाकात की. सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनों में उनके अन्य नेताओं से संपर्क करने की संभावना है. अपना नाम न छापने की शर्त पर News18 से बात करते हुए कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि किशोर के पास पार्टी के नेताओं की एक सूची थी जिनसे वह मिलना चाहते थे. दरअसल वो यहां नेता एमबी पाटिल से यह पूछने के लिए आए थे कि क्या वह तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल होंगे लेकिन पाटिल उनसे नहीं मिले. उन्होंने फोन पर बात की है.