उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए चाचा-भतीजे में सुलह की खबर के बाद अब यूपी की राजनीति गरमा चुकी है. अखिलेश यादव ने ट्विटर पर चाचा शिवपाल सिंह यादव के साथ तस्वीर पोस्ट करते हुए जानकारी दी कि प्रगतिशील सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाकात हुई और गठबंधन की बात तय हुई. क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति समाजवादी पार्टी को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा व अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है. बता दें कि समाजवादी पार्टी में पड़ी फूट के बाद शिवपाल सिंह यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन कर लिया था.
अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के एक होने के बाद असल सवाल सीटों को लेकर उठ रहे हैं. भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव की 45 मिनट की मुलाकात में सीटों पर भी फैसला हो गया है. बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को चुनाव में 5 से 7 सीट देने को तैयार हैं. इस मुद्दे पर अखिलेश और शिवपाल के बीच बंद कमरे में लंबी बातचीत चली है. सूत्रों ने बताया कि अखिलेश ने यह भी संकेत दिया है कि शिवपाल सिंह यादव के लोगों को और एडजस्ट किया जाएगा. बताया जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव के खेमे के लोग सपा के सिंबल पर भी लड़ सकते हैं. इस 45 मिनट की मुलाकात में दोनों लोगों के हाव-भाव प्रसन्नता वाले थे. इस मौके पर अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल सिंह यादव के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिए.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान शिवपाल सिंह यादव सरकार के अहम मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं. मुलायम सिंह की सरकार के समय से ही शिवपाल यादव का ओहदा कद्दावर नेता का रहा है. 2017 विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद यादव परिवार में दूरियां आ गई थीं. जिसके बाद शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी छोड़ दी थी. बता दें आगामी उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी अब तक राष्ट्रीय लोक दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के साथ गठबंधन किया है. इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के साथ भी अखिलेश यादव की बातचीत सकारात्मक रही है. वहीं इससे पहले शिवपाल सिंह मुलायम सिंह यादव की इच्छा का हवाला देते हुए समाजवादी पार्टी में अपनी प्रसपा के विलय का इशारा भी कर चुके हैं.