तेल कंपनियों ने शुक्रवार को जेट फ्यूल की कीमतों में 2 फीसदी का बड़ा इजाफा किया है. इस बढ़ोतरी के बाद विमान ईंधन के दाम ऑल टाइम हाई यानी रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए हैं.
तेल कंपनियों ने 2022 में लगातार सातवीं बार एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में इजाफा किया है. शुक्रवार को 2 फीसदी बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में इसकी कीमतें 1,12,924.83 रुपये प्रति किलोलीटर पहुंच गई हैं. यह अब तक का सबसे ज्यादा मूल्य है. सरकारी तेल कंपनियों की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, शुक्रवार को ATF के मूल्य में 2,258.54 रुपये प्रति किलोलीटर का इजाफा किया गया है.
15 दिनों में 18 फीसदी का इजाफा
ATF की कीमतों में तेल कंपनियां कितनी तेजी से इजाफा कर रहीं हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 16 मार्च से अब तक महज एक पखवाड़े में दाम 18.3 फीसदी बढ़ चुके हैं. रुपये के लिहाज से देखें तो कंपनियों ने महज 15 दिनों के भीतर 17,135.63 रुपये प्रति किलोलीटर तक दाम बढ़ा दिया है. ATF के मूल्य में हर महीने की 1 तारीख और 16 तारीख को बदलाव किया जाता है.
साल 2022 में 50 फीसदी तक बढ़े दाम
तेल कंपनियों ने 2022 की शुरुआत से ही ATF की कीमतों में ताबड़तोड़ इजाफा किया है. 1 जनवरी को पहली बार इसके मूल्य में वृद्धि की थी. इसके बाद से अब तक रेट करीब 50 फीसदी बढ़ चुके हैं. रुपये के लिहाज से देखें तो कंपनियों ने 2022 में ही 38,902.92 रुपये प्रति किलोलीटर का इजाफा किया है.
विमान उड़ानें में ATF का खर्च 40 फीसदी
विमानन कंपनियां कोरोना महामारी की वजह से पहले ही काफी नुकसान उठा रही हैं. हालात थोड़ा सामान्य होने पर यात्री दोबारा एयरपोर्ट पर बढ़ने शुरू ही हुए थे कि कंपनियों ने लगातार इजाफा कर ATF के दाम आसमान पर पहुंचा दिए. विमान कंपनियों के कुल खर्च में 40 फीसदी हिस्सेदारी ATF की होती है. ऐसे में माना जा रहा है कि विमानन कंपनियां जल्द ही हवाई किराये में वृद्धि कर सकती हैं.