13 मई 2020 के बाद छ्तीसगढ़ में 10 अप्रैल 2022 ऐसी तारीख थी, जब कोरोना के एक भी नए मरीज नहीं मिले. जबकि बात जांच की करें तो 1665 लोगों ने जांच कराया था. मसलन यह कि कोरोना की चौथी लहर एक्स ई वैरियंट के धमक के बीच छत्तीसगढ़ कोरोना फ्री राज्य की ओर बढ़ने लगा है. 10 अप्रैल को करीब दो साल बाद छत्तीसगढ़ में एक भी नए मरीज नहीं मिले. इससे पहले प्रदेश के करीब 15 जिले ऐसे हैं जहां कोरोना का एक भी नया मरीज नहीं मिल रहा है. बीते रविवार को पहला मौका था, जब दो साल बाद छत्तीसगढ़ में एक भी नए मरीज नहीं मिले.
कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष मिश्रा ने शून्य मरीज को लेकर कहा कि दो साल बाद जरूर यह पहला मौका है, जब एक भी नए मरीज नहीं मिले. लेकिन लगातार एक सप्ताह तक ऐसी स्थिति बनी रही तब प्रदेश को कोरोना फ्री घोषित किया जा सकता है. फिर भी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. क्योंकि कोरोना वायरस का खतरा अभी टला नहीं है. तेजी से फैलने वाले नए वेरिएंट वाले मरीज भी देश में मिलने लगे हैं. ऐसे में और भी सतर्क रहने की जरूरत है.
दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा में सर्वाधिक 6-6 एक्टिव मरीज
छत्तीसगढ़ राज्य कोरोना फ्री होने की तरफ तेजी से बढ़ रहा है. वर्तमान समय में प्रदेशभर में एक्टिव मरीजों की कुल संख्या महज 47 है. दुर्ग, बिलासपुर और सरगुजा जिले में सर्वाधिक 06-06 एक्टिव मरीज हैं. जबकि राजधानी रायपुर में सिर्फ 02 मरीज ही एक्टिव हैं. प्रदेश में 28 में से 10 जिले ऐसे हैं, जहां एक भी एक्टिव मरीज नहीं हैं.
देशभर में सबसे पहले लगा था लॉकडाउन
कोरोना के कहर के बीच छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर का समता कालोनी क्षेत्र ऐसा था, जहां पहली बार लॉकडाउन लगा था. उस वक्त लॉकडाउन लगाए जाने पर रायपुर काफी चर्चाओं में था. मगर धीरे-धीरे पूरे प्रदेश ही नहीं देशभर में लॉकडाउन लग गया था.