अगर आप सोच रहे हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म होने के बाद आपको बेलगाम महंगाई से राहत मिल सकती है, तो जरा ठहरिए. ऐसा होना पूरी तरह से संभव होता नहीं दिख रहा है क्योंकि मोदी सरकार कई वस्तुओं पर लगने वाले जीएसटी (GST) की दरों में बढ़ोतरी की योजना बना रही है. इन उत्पादों में गुड़, पापड़, कस्टर्ड, चॉकलेट जैसे खाद्य उत्पाद भी शामिल हैं.
जीएसटी काउंसिल ने 143 वस्तुओं की जीएसटी दरों में वृद्धि के लिए राज्यों से विचार मांगे हैं. इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इनमें से 92 फीसदी वस्तुओं को 18 फीसदी की जगह 28 फीसदी वाले टैक्स स्लैब में डाला जा सकता है.
ये वस्तुएं हो सकती हैं महंगी
रिपोर्ट के मुताबिक, जिन वस्तुओं पर जीएसटी की दरें बढ़ाई जा सकती हैं उनमें गुड़, पापड, चॉकलेट, कस्टर्ड पाउडर, च्युइंग गम, अखरोट जैसी खाद्य वस्तुएं शामिल हैं. इनके अलावा घड़ियां, सूटकेस, परफ्यूम/डिओडेरेंट्स, हैंडबैग, पावर बैंक, रंगीन टीवी(32 इंच से नीचे), सिरेमिक सिंक, वॉश बेसिन, चश्मे के फ्रेम, गोगल्स, नॉन-अल्कोहलिक बेवरेजेज, चमड़े से बने सामान और परिधान शामिल हैं.
गुड़-पापड़ आएंगे जीएसटी के दायरे में!
गुड़ और पापड़ पर अभी जीएसटी नहीं लगता है. इसे 5 फीसदी के स्लैब में डाला जा सकता है. जबकि अखरोट को 5 फीसदी की जगह 12 फीसदी और कस्टर्ड पाउडर को 5 फीसदी की बजाय 18 फीसदी वाले स्लैब में डालने पर विचार किया जा रहा है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसटी काउंसिल की अगले महीने बैठक होने वाली है. इस बैठक में 5 फीसदी वाले स्लैब को हटाकर न्यूनतम 3 फीसदी का नया स्लैब बनाया जा सकता है. इसमें बड़े पैमाने पर खपत होने वाली वस्तुओं को डाला जा सकता है. जबकि 5 फीसदी वाले स्लैब के बाकी बचे सामानों के लिए जीएसटी की नई दर 8 फीसदी करने पर भी विचार किया जा सकता है.