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पीएम मोदी के नेतृत्व में इतिहास के पन्नों पर दर्ज हुआ आज़ादी का अमृत महोत्सव!

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‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के समापन के साथ केंद्र सरकार का सबसे बड़ा अभियान आज़ादी का अमृत महोत्सव भी संपन्न हो गया. आज़ादी के 75 साल के अवसर पर शुरू हुआ ये अभियान कई मायने में ऐतिहासिक दिन है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च 2021 को अमृत महोत्सव की शुरुआत की थी. प्रधानमंत्री मोदी की अपील और उनके अगुवाई में करीब 1000 दिनों तक चले इस अभियान ने देश के लोगों में एक भारत श्रेष्ठ भारत का अलख जगाया. इस दौरान देश ने कई ऐसी सफलता पाई, जो इतिहास में दर्ज हो गया है.

इस अभियान के दौरान पूरे देश को पता चला कि गुलामी के लंबे कालखंड में एक पल भी ऐसा नहीं था, जब आजादी के लिए आंदोलन ना हुआ हो. कोई क्षेत्र, कोई वर्ग इन आंदोलनों से अछूता नहीं था.

अमृत महोत्सव को पूरे देश ने जन-जन का उत्सव बना दिया था. इस अभियान के तहत ही हर घर तिरंगा अभियान से देश के लोगों ने खुद को जोड़ा. देश के करोड़ों परिवारों को पहली बार ये एहसास हुआ कि उनके परिवार का, उनके गांव का भी आज़ादी में सक्रिय योगदान था. उसका जिक्र भले ही इतिहास की किताबों में नहीं हुआ, लेकिन अब वो गांव-गांव में बने स्मारकों में, शिलालेखों में हमेशा के लिए अंकित हो चुका है. अमृत महोत्सव ने एक प्रकार से इतिहास के छूटे हुए पृष्ठ को भविष्य की पीढ़ियों के लिए जोड़ दिया है.

आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान आजादी के आंदोलन में सक्रिय रहे सैनानियों का जिलावार एक बहुत बड़ा डेटाबेस भी तैयार हुआ है. इस दौरान देश के लोगों ने आज़ादी के कई वीर शहीदों और वीरांगनाओं को जाना और समझा, जो इतिहास के पन्नों से अछूता थे.

आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान भारत ने कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान के समापन में इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि देश ने इसी अभियान के दौरान सदी के सबसे बड़े संकट कोरोना काल का सफलतापूर्वक मुकाबला किया है. पीएम मोदी ने कहा कि इसी दौरान हमने विकसित भारत के निर्माण का रोडमैप बनाया.

10 बिंदुओं में जानते हैं कैसे बना आज़ादी का अमृत उत्सव ऐतिहासिक

1. अमृत महोत्सव के दौरान ही भारत दुनिया की 5वीं बड़ी आर्थिक ताकत बना. अमृत महोत्सव के दरम्यान ही दुनिया में बड़े-बड़े संकटों के बावजूद सबसे तेज़ी से बढ़ती बड़ी इकॉनॉमी बना.

2. भारत ने चंद्रमा पर अपना चंद्रयान उतारा.

3. भारत ने ऐतिहासिक G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया.

4. भारत ने एशियाई खेलों और एशियन पैरा गेम्स में 100 पदकों का रिकॉर्ड बनाया.

5. आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान ही भारत को 21वीं सदी का नया संसद भवन मिला.

6. महिलाओं को सशक्त करने वाला ऐतिहासिक नारीशक्ति वंदन अधिनियम मिला.

7. आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान देश ने राजपथ से कर्तव्य पथ तक का सफर भी पूरा किया.

8. आज़ाद हिंद सरकार के पहले प्रधानमंत्री नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा है. नौसेना के पास छत्रपति वीर शिवाजी महाराज की प्रेरणा से नया ध्वज है. अंडमान और निकोबार के द्वीपों को भी स्वदेशी नाम मिला है.

9. भारत में मेड इन इंडिया 5G लॉन्च हुआ.

10. अमृत महोत्सव के दौरान ही 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस के रूप में देश को याद कराया गया.

आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान देश ने कई और ऊंचाइयों को हासिल किया है. इसी अभियान के दौरान भारत ने निर्यात के नए रिकॉर्ड बनाए. कृषि उत्पादन में नया रिकॉर्ड बनाया है. इसी दौरान वंदे भारत ट्रेनों का भी अभूतपूर्व विस्तार हुआ. रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प करने वाला अमृत भारत स्टेशन अभियान शुरू हुआ. देश को पहली रीजनल रैपिड ट्रेन नमो भारत मिली. देशभर में 65 हज़ार से अधिक अमृत सरोवर बनाए गए.

इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान भी इसी दौरान लॉन्च हुआ. इसी अमृत महोत्सव के दौरान जनजातीय गौरव दिवस की घोषणा हुई. इसी अमृत महोत्सव के दौरान साहेबज़ादों की याद में वीर बाल दिवस की घोषणा हुई.