छत्तीसगढ़ : विधानसभा चुनाव के वोटिंग काउंटिंग इसके लिए तैयारियां चल रही है. 3 दिसंबर को सभी 90 सीटों के लिए जिला मुख्यालय में बनाए गए मतगणना केंद्र में काउंटिंग होगी.
इसी तरह राजधानी रायपुर में भी मतगणना की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. रायपुर जिले के 7 विधानसभा सीटों की एक साथ काउंटिंग होगी.
निर्वाचन आयोग के क्या क्या नियम कानून है.
3 दिसंबर को सुबह 7 बजे खुलेगा स्ट्रांग रूम खुलेगा
रायपुर के सेजबहार इंजीनियरिंग कॉलेज में मतगणना होनी है. आब्जर्वर, रिटर्निंग ऑफिसर और अभ्यर्थी या राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम खोले जाएंगे. इसकी सूचना राजनीतिक दलों को पहले ही दे दी गई है. स्ट्रांग रूम खोलने के दौरान पूरी प्रक्रिया का वीडियोग्राफी कराया जाएगा. स्ट्रांग रूम से ही ईव्हीएम मशीनों की कंट्रोल यूनिट मतगणना कक्ष तक पहुंचेगी और मतों की गिनती शुरू होगी. मतगणना स्थल में मोबाइल में ले जाने की अनुमति नहीं दी गई है.
इन दस्तावेज के साथ मिलेगी मतगणना कक्ष में एंट्री
मतगणना की तैयारियों को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी सर्वेशर भुरे ने कहा कि नामांकन के समय अभ्यर्थियों को जारी किये गये पहचान पत्र और प्रारूप 8 में निर्वाचन अभिकर्ता को जारी पहचान पत्र मतगणना कक्ष में उनके प्रवेश के लिए मान्य होंगे. बिना पहचान पत्र के प्रवेश नहीं मिलेगा. अभ्यर्थी और निर्वाचन अभिकर्ता के अलावा मतगणना एजेंटों को टेबलवार अलग से मतगणना कक्ष में प्रवेश के लिए निर्वाचन कार्यालय द्वारा अलग से पास जारी किये गए हैं. मतगणना एजेंट इन पासों से ही मतगणना कक्ष में प्रवेश पा सकेंगे.
काउंटिंग के लिए 16 टेबल लगाए जाएंगे
डाक मतपत्रों की गणना पहले प्रारंभ होगी. लगभग आधे घंटे बाद रिटर्निंग अधिकारी की घोषणा के बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू होगी. जबकि डाक मतपत्रों की गणना जारी रहेगी. मतगणना में प्रत्येक विधानसभा में 14 टेबल ईवीएम के लिए और 2 टेबल पोस्टल बैलेट के लिए लगाएं जाएंगे. प्रत्येक टेबल में एक सुपरवाइजर जो राजपत्रित अधिकारी रैंक का होगा साथ ही गणना सहायक भी होंगे. मतगणना दल की नियुक्ति तीन बार रेण्डमाईजेशन के बाद किया जाएगा. पहली रेण्डमाईजेशन जिला निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में और दूसरा व तीसरा रेंडमाइजेशन ऑब्जर्वर की मौजूदगी में किया जाएगा.