छत्तीसगढ़ : पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि गैर भाजपाई आदिवासी नेताओं को टारगेट किया जा रहा है। गलत दस्तावेज पर मारपीट कर हस्ताक्षर कराए गए हैं।
यदि भाजपा को आदिवासी वर्ग के नेता से चिढ़ है तो मुझे गोली मरवा दें। उन्होंने राजनीतिक रूप से परेशान तथा बदनाम करने का भी आरोप लगाया।
आयकर विभाग की उनके निवास तथा करीबियों के ठिकानों पर चार दिनों तक चली कार्रवाई की समाप्ति के बाद पूर्व मंत्री ने राजीव भवन में पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों को देखते हुए छत्तीसगढ़ सहित देश के कई राज्यों में विपक्षी दलों के नेताओं को परेशान किया जा रहा। इसी कड़ी में मेरे घर पर भी आइटी की छापेमारी कराई गई।
भाजपा नहीं चाहती कि वंचित वर्ग के लोग नेतृत्व करें। आइटी की कार्रवाई कराकर मुझे और स्वजन को चार दिनों तक मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। हमें रोजमर्रा के दैनिक कार्य नहीं करने दिया गया। घर से आइटी को कुछ भी अघोषित नहीं मिला है।
जो मिला है वह हमारे बुक्स में है, जिसे हमने पहले ही घोषित कर रखा था। जन सहयोग से निर्मित मंदिर का हिसाब पूछा जा रहा है। भाजपा को अब मंदिर निर्माण का भी हिसाब चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के पांच साल के दौरान लगातार ईडी और आइटी की कार्रवाई की गई। केंद्र सरकार ने कांग्रेस सरकार को बदनाम करने फर्जी कार्रवाई कराई।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा को विफल करने का प्रयास
अमरजीत भगत ने कहा कि प्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा प्रवेश करने वाली है। पार्टी ने मुझे संयोजक नियुक्त किया है। कार्यक्रम सफल न हो इसके लिए केंद्रीय एजेंसी से कार्रवाई कराई जा रही है।