जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े आने के अगले दिन शेयर बाजार ने शुक्रवार को नया ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड बनाया। बीएसई सेंसेक्स में 1200 अंक से ज्यादा का उछाल देखा गया और ये 73,745.35 अंक पर बंद हुआ।
इसी तरह एनएसई निफ्टी में भी 350 अंक से ज्यादा की ग्रोथ देखी गई और ये 22,338.75 अंक पर बंद हुआ। बाजार की इस तेजी से बीएसई पर सभी लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप बढ़ गया और निवेशकों की दौलत 4.29 लाख करोड़ रुपए बढ़ गई।
एक कारोबारी दिन पहले यानी 29 फरवरी को बीएसई पर लिस्टेड सभी शेयरों का कुल मार्कीट कैप 3,87,95,690.23 करोड़ रुपए था। आज यानी 1 मार्च को यह उछलकर 3,92,25,029.98 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इसका मतलब हुआ कि निवेशकों की पूंजी आज 4,29,339.75 करोड़ रुपए बढ़ी है।
शेयर बाजार को ऊंचाई पर ले जाने वाले 4 फैक्टर
- अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट उम्मीद से बेहतर रही है। ये बीती 6 तिमाहियों में आर्थिक वृद्धि की सबसे ऊंची दर है। देश में कंस्ट्रक्शन और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में भी लगभग डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की गई है।
- भारतीय शेयर बाजार में तेजी की एक और वजह वैश्विक संकेतों में सुधार होना है। अमेरिका का वॉल स्ट्रीट स्टॉक मार्केट गुरुवार रात को ग्रीन जोन में बंद हुआ। एसएंडपी 500 और नैस्डैक दोनों ने रिकॉर्ड हाई लेवल को छुआ है। इसके अलावा चीन का शंघाई मार्केट भी 300 अंक तक चढ़ा है जबकि हांगकांग के हैंग शेंग इंडेक्स ने भी उछाल लगाया है।
- अमेरिका में महंगाई के आंकड़े जारी होने के बाद इसके कंट्रोल में आने के संकेत दिख रहे हैं। इससे अमेरिकी फेडरल रिजर्व के जून की बैठक में नीतिगत ब्याज दरों में कटौती करने की उम्मीद बढ़ गई है। ऐसे होने से मार्केट में कैश फ्लो बढ़ने की उम्मीद है।
- भारत में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफआईआई) की भरपूर लिवाली जारी है। इसका फायदा शेयर बाजार को लगातार मिल रहा है। पिछले सत्र के कारोबार में ही एफआईआई ने 3568 करोड़ रुपए के शेयर्स खरीदे हैं जबकि बिकवाली महज 230 करोड़ रुपए की हुई है। ये मार्केट के पॉजिटिव जोन में रहने का बड़ा संकेत है।
- इस बार शनिवार के दिन भी शेयर बाजार में ट्रेडिंग होनी है। उस दिन डिजास्टर रिकवरी साइट के कामकाज की समीक्षा के लिए 2 सेशन में कारोबार होगा।