छत्तीसगढ़ : राज्य जीएसटी विभाग और अन्य विभागों के लिए राजस्व हानि बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी रोकने के लिए इंटेलिजेंस साफ्टवेयर…
राज्य जीएसटी विभाग आइआइटी भिलाई व अन्य निजी एजेंसियों की मदद से एक ऐसा साफ्टवेयर बना रहा है, जिससे बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी पकड़ में आ सकती है।
इस साफ्टेवयर से व्यवसायियों के रिटर्न से मिलान किया जाएगा।
जीएसटी रिटर्न में धोखाधड़ी करने वाले डीलर्स के रिटर्न का पूरा ब्यौरा इस साफ्टवेयर में डाला जाएगा। अलग-अलग चरणों में टैक्स में कहां गड़बड़ी की गई यह सब इस साफ्टवेयर की मदद से पकड़ा जा सकेगा।
राज्य जीएसटी विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) से लेकर अन्य प्रकार के छूट लेने वाले डीलरों को भी इस साफ्टवेयर की मदद से पकड़ा जा सकेगा,वहीं फर्जी ई-वे बिल से लेकर बोगस बिल के मामलों में भी यह साफ्टवेयर कारगर सिद्ध होने की उम्मीद जताई जा रही है।
अन्य विभागों के लिए बन रहा इंटेलिजेंस साफ्टवेयर : राज्य जीएसटी विभाग के अलावा अन्य विभागों में भी राजस्व हानि रोकने के लिए इंटेलिजेंस साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है।
ईज आफ डूइंग बिजनेस भी ”इस साफ्टवेयर की मदद से एक क्लिक पर डीलरों की जानकारी मिल पाएगी। राज्य जीएसटी के अधिकारियों के मुताबिक न सिर्फ निगरानी बल्कि डीलरों को रिफंड नहीं मिलने से लेकर समय-सीमा में कार्यों को पूरा करने को लेकर भी अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा।