नाग-नागिन के किस्से कहानियों में आपने बहुत बार सुने होंगे। यूपी के फतेहपुर में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है।
नाग-नागिन के किस्से कहानियों में आपने बहुत बार सुने होंगे। नाग-नागिन की फिल्में भी आपने कई बार देखी होंगी। कई फिल्मों में नाग के मरने के बाद नागिन दुश्मनों से बदला लेते हुए भी दिखाई गई है। नागिन मरते दम तक नाग को मारने वाले के पीछे पड़ जाती है। यूपी के फतेहपुर में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है।
फतेहपुर में एक सांप 34 दिनों से 24 वर्षीय विकास दुबे के पीछे पड़ा है। ये सांप हर सप्ताह एक बार विकास दुबे को काटता है और इलाज से वह ठीक भी हो जाता है। सांप से परेशान होकर पिछले दिनों विकास दुबे अपना घर छोड़कर मौसी के यहां रहने लगा तो सांप वहां भी पहुंच गया और उसे फिर डस लिया। रविवार को चाचा के घर रहने आया तो यहां भी सांप ने काट लिया। 34 दिन में सांप उसे छह बार काट चुका है। हालांकि सांप बार-बार उसे ही क्यों काट रहा है, इसको लेकर विकास दुबे और उसका परिवार दहशत हैं।
मलवां थाना क्षेत्र के सौरा निवासी विकास दुबे बताते हैं कि पहली बार दो जून की रात नौ बजे बिस्तर से उतरते हुए पहली बार सांप ने काटा था। परिजन शहर के प्राइवेट नर्सिंग होम में इलाज के लिए ले गए। वहां दो दिन भर्ती रहा। इलाज के बाद ठीक होकर घर आ गया। 10 जून की रात नौ बजे फिर सांप ने काटा। निजी अस्पताल से ठीक होकर घर चला आया। मन में डर बैठ गया और वह अतिरिक्त सावधानी बरतने लगा। सात दिन बाद 17 जून को घर के अंदर उसे सांप ने फिर डस लिया। वह अचेत होने लगा तो परिजन उसी अस्पताल में ले गए।
इलाज हुआ और वह फिर ठीक हो गया। चौथी बार सांप ने चार दिन बाद ही डस लिया। अस्पताल के डॉक्टर भी हैरान थे और इलाज कर उसे बचा लिया। नाते-रिश्तेदारों और डॉक्टर ने भी सलाह दी कि कुछ दिनों के लिए तुम अपने घर से दूर रहो। इसके बाद वह मौसी के घर राधानगर चला आया। पिछले शुक्रवार यानी 28 जून को देर रात मौसी के घर में उसे सांप ने फिर डस लिया। युवक का हर बार इलाज करने वाले डॉ. जवाहरलाल ने कहा- यह हैरान करने वाला संयोग है। हर बार उसे एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन और इमरजेंसी दवाएं देकर इलाज करते हैं। वह ठीक होकर घर चला जाता है।
हर बार उसके शरीर पर क्लियर स्नेक बाइट के निशान मिलते हैं। वहीं, विकास दुबे का कहना है कि वह परेशान हो गया है। हर पल दहशत बनी रहती है। पहले ही आभास होने लगता है कि सांप काटने वाला है। हर बार इलाज में रुपये भी लग रहे हैं। विकास के मामा कामतानाथ के मुताबिक सभी परेशान हैं कि ऐसा कैसे हो रहा है। जब विकास को तीसरी बार सांप ने काटा था तो घर के कई लोग सामने मौजूद थे और सांप काटकर निकल गया। काफी खोजा भी गया लेकिन सांप नहीं मिला।