विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब कांग्रेस पार्टी नगरीय निकाय चुनाव में जीत के दावे कर रही है। लेकिन दूसरी ओर निकाय चुनाव के परिणाम आने से पहले ही कांग्रेस संगठन में बदलाव की चर्चा तेज हो गई है।
चर्चाओं की बात करें तो जल्द ही आलाकमान पीसीसी चीफ दीपक बैज की छुट्टी करने की तैयारी कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर पूर्व सीएम भूपेश बघेल की भी प्रदेश से विदाई होने वाली है। कहा जा रहा है कि आला कमान भूपेश बघेल को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा पद दे सकती है।
कांग्रेस संगठन में बदलाव की खबरों को लेकर पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सेंट्रल में छत्तीसगढ़ से आदिवासी नेतृत्व को मौका मिलना चाहिए। उन्होंने भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव को बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने का स्वागत किया। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश और सेंट्रल में आदिवासियों का मौका दिए जाने की वकालत की। पूर्व मंत्री भगत का मानना है कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य राज्य है, लिहाजा यहां की कमान आदिवासी नेता को दिया जाना चाहिए।वहीं, जब पूर्व मंत्री अमरजीत भगत से प्रदेश में उनकी खुद की दावेदारी को लेक सवाल किया गया तो उन्होंने बड़ी सफाई से सभी चीजें आलाकमान पर डालते हुए कहा कि यह विषय हाई कमान का है उनका जो भी निर्णय होगा स्वीकार्य होगा।
दूसरी ओर भूपेश बघेल के दिल्ली रवाना होते ही इस बात की चर्चा जोरों पर है कि कांग्रेस संगठन में व्यापक फेरबदल की तैयारी चल रही है। कयास इस बात के भी लगाए जा रहे हैं कि टीएस सिंहदेव का प्रदेश की कमान सौंपी जा सकता है। जबकि भूपेश बघेल को AICC का महासचिव बनाया जा सकता है।