भारत, दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और अब लक्ष्य तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने का है. इसके लिए सरकार से लेकर बिजनेसमैन तक सब कोशिश में लगे हुए हैं. हर उद्योगपति ने इस सपने को पूरा करने के लिए अलग-अलग तर्क दिए. किसी ने सप्ताह में 70 घंटे काम काम करने की जरूरत बताई तो किसी ने 90 घंटे काम करने पर जोर दिया. हालांकि, इन सबसे अलग महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा कि भारत में शेन्जेन जैसे शहरों की जरूरत है.
भारत में भी शेन्ज़ेन के जैसा एक शहर बनाया जाए. शायद देश के करोड़ों लोग इस सिटी के बारे में नहीं जानते हैं. दरअसल, दुनिया में आज सिलिकॉन सिटी के तौर पर मशहूर यह शहर कभी मछली पकड़ने के कारोबार के लिए जाना जाता था. लेकिन, सरकार की नीतियों ने इसे टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के ग्लोबल हब के तौर पर तब्दील कर दिया. आइये आपको बताते हैं गांव से सिलिकॉन सिटी बने इस शहर की कहानी