बीते कुछ महीनों के भीतर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को कई राजनीतिक झटके लगे हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता धनंजय मुंडे को सरकार से बाहर होना पड़ा है. मुंडे के गृह जिले बीड़ में सरपंच हत्याकांड के मुख्य आरोपी के साथ उनके करीबी रिश्ते में अजित पवार की भी फजीहत हुई. इस बीच देवेंद्र फडणवीस सरकार में भी अजित पवार को झटका लगा. बीते दिनों महाराष्ट्र की मुख्य सचिव ने एक आदेश जारी किया कि अब से सरकार के स्तर पर अजित पवार सभी फाइलें डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को भेजेंगे फिर एकनाथ शिंदे उन फाइलों को सीएम ऑफिस को बढ़ाएंगे. इसे सीधे तौर महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार में अजित पवार की हैसियत में कटौती के तौर पर देखा गया. इन राजनीतिक हलचल के बीच अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार के बीच इन दिनों मुलाकातों का दौर बढ़ गया है.