सोशल मीडिया पर पाकिस्तान से जुड़ा एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक पाकिस्तानी पत्रकार नूर खान एयरबेस को लेकर सनसनीखेज दावा करता नजर आ रहा है. वीडियो में पत्रकार का कहना है कि इस एयरबेस पर एक वक्त अमेरिका का कब्जा था, और पाकिस्तानी सेना को भी वहां जाने की इजाजत नहीं थी.
पाकिस्तान की धरती यूएस की धाक?
वीडियो क्लिप में पत्रकार बताते हैं कि नूर खान एयरबेस पर अमेरिकी विमान नियमित रूप से उतरते थे और सामान उतारते थे. इतना ही नहीं, जब एक पाकिस्तानी सैनिक ने वहां हो रही गतिविधियों के बारे में जानने की कोशिश की, तो अमेरिकी सैनिक ने उस पर बंदूक तान दी. पत्रकार के अनुसार, पाकिस्तान की अपनी सेना को भी इस इलाके में घुसने की इजाज़त नहीं थी.
वायरल क्लिप किसी बड़े वीडियो का हिस्सा
लेकिन सवाल यह है कि यह किस दौर की बात है. इस वायरल वीडियो में न तो तारीख साफ़ है, न ही कोई स्पष्ट संदर्भ दिया गया है. यह एक छोटा सा क्लिप है, जो किसी बड़े इंटरव्यू का हिस्सा लग रहा है, लेकिन पूरे वीडियो की जानकारी अभी सामने नहीं आई है.
इस दावे की पुष्टि करना इसलिए मुश्किल है क्योंकि यह क्लिप अधूरी है और इसके स्रोत की पुष्टि नहीं हुई है. पाकिस्तानी पत्रकार का नाम भी क्लिप में स्पष्ट नहीं दिखता. ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि यह बयान किस हद तक सही है और इसका ऐतिहासिक या रणनीतिक संदर्भ क्या है. इसलिए न्यूज नेशन इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
पाकिस्तान का हार्ट एयरबेस
नूर खान एयरबेस, जिसे पहले चकला एयरबेस के नाम से जाना जाता था, पाकिस्तानी वायुसेना का एक प्रमुख बेस है. यह रावलपिंडी के पास स्थित है और अतीत में अमेरिका और पाकिस्तान के सामरिक रिश्तों के दौरान इसका इस्तेमाल अमेरिकी सेनाओं ने किया हो, यह पूरी तरह खारिज भी नहीं किया जा सकता.



