”CG : सीएम विष्णु देव साय लगातार बस्तर को डेवलप करने के लिए नई नई योजनाओं का क्रियान्वयन”
रायपुर: सीएम विष्णु देव साय लगातार बस्तर को डेवलप करने के लिए नई नई योजनाओं का क्रियान्वयन कर रहे हैं. बस्तर में बीते एक साल में सबसे ज्यादा बदलाव स्वास्थ्य के क्षेत्र में आया है. राष्ट्रीय स्तर के गुणवत्ता मान्यता से लेकर विशेषज्ञों की भर्ती तक की प्रक्रिया शामिल है
बस्तर में स्वास्थ्य क्रांति: 1 जनवरी, 2024 से 16 जून, 2025 के बीच, बस्तर संभाग के 130 स्वास्थ्य संस्थानों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों (एनक्यूएएस) के तहत प्रमाणित किया गया है. 4 अगस्त 2025 को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इनमें 1 जिला अस्पताल, 16 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और 113 उप-स्वास्थ्य केंद्र (एसएचसी) शामिल किए गए हैं. इसमें मुख्य रुप से कांकेर, बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जैसे अति संवेदनशील ज़िलों के 14 संस्थानों ने मान्यता प्राप्त कर लिया है, जो चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी सेवा प्रदान करने के प्रति जागरुक है. 65 अतिरिक्त संस्थान वर्तमान में प्रमाणन प्रक्रिया से गुजर रहे हैं.
नियद नेल्लनार योजना: स्वास्थ्य सेवाओं को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने नियाद नेल्लनार योजना के तहत आयुष्मान कार्ड नामांकन में तेज़ी लाई है. केवल एक वर्ष में, संभाग में 36,231 आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं, जिससे 52.6% कवरेज प्राप्त हुआ है. इसका फायदा ये मिला कि 6,816 लाभार्थियों ने 8.22 करोड़ रुपये की स्वास्थ्य सहायता प्राप्त की है, जिससे हज़ारों परिवारों को वास्तविक और समय पर राहत मिली है.
स्वास्थ्य सेवा सबको मुहैया कराना: शासन की कोशिश है कि गांव गांव तक गरीब परिवारों को स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिले. स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर बनाने के लिए हेल्थ सेवा का विस्तार और कर्माचरियों की संख्या बढ़ाई गई है. पिछले 18 महीनों में ही, बस्तर संभाग में 33 चिकित्सा विशेषज्ञ, 117 चिकित्सा अधिकारी और एक दंत चिकित्सक की नियुक्ति की गई. इसके अतिरिक्त, 75 राज्य-स्तरीय और 307 ज़िला-स्तरीय कर्मचारी एवं प्रबंधकीय पदों पर नियुक्ति की जा चुकी है, जबकि 291 और पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है.
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा: पूरे छत्तीसगढ़ में एक समान गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के राज्य के उद्देश्य से काम किया जा रहा है. बस्तर में चल रहे मलेरिया-मुक्त अभियान पर हमें जोर देना है. घर-घर जाकर जांच, तत्काल उपचार और जागरूकता लोगों के बीच बढ़ाई जा रही है. एनक्यूएएस के तहत, राज्य भर के स्वास्थ्य संस्थानों और विशेष रूप से बस्तर में आदर्श स्तर का प्रदर्शन स्वास्थ्य के क्षेत्र में किया जा रहा है.
मंत्री करेंगे बस्तर का दौरा: स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी और सुधार के लिए स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल 5 से 7 अगस्त तक बस्तर के तीन दिवसीय दौरे पर जाएंगे, जहां उनके साथ वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी और तकनीकी विशेषज्ञ भी होंगे. इस यात्रा कार्यक्रम में प्रमुख जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण, स्वायत्त निकायों की समीक्षा बैठकें, मलेरिया-मुक्त बस्तर अभियान का मूल्यांकन और प्रत्यक्ष मूल्यांकन के लिए बीजापुर और सुकमा के दूरदराज के गांवों का दौरा शामिल है.