छत्तीसगढ़ को यूरिया और डीएपी खाद की अतिरिक्त आवंटन की मंजूरी मिल गई है। गौरतलब है, दिल्ली में कृषि मंत्री रामविचार नेताम के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के सांसदों ने मुलाकात कर यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति के संबंध में बातचीत की।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर केन्द्रीय रासायन और उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने छत्तीसगढ़ को यूरिया और डीएपी खाद की अतिरिक्त आवंटन की मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि केन्द्रीय रासायन और उर्वरक मंत्री से दिल्ली में कृषि मंत्री रामविचार नेताम के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के सांसदों ने मुलाकात कर छत्तीसगढ़ राज्य को यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति के संबंध में चर्चा की।
कृषि मंत्री नेताम और सांसदों ने राज्य के किसानों को खरीफ सीजन में रोपा-ब्यासी के समय पड़ने वाले खाद की अतिरिक्त जरूरत की जानकारी देते हुए उनसे खरीफ सीजन के लिए छत्तीसगढ़ को निर्धारित सप्लाई प्लान के अतिरिक्त 50-50 हजार टन यूरिया और डीएपी खाद आवंटित किए जाने का आग्रह किया है। केन्द्रीय मंत्री नड्डा इस पर छत्तीसगढ़ को अतिरिक्त खाद उपलब्ध कराने उर्वरक मंत्रालय अधिकारियों को निर्देशित किया।
केन्द्रीय उर्वरक मंत्री नड्डा से मुलाकात के दौरान कृषि मंत्री नेताम और लोकसभा सांसद सर्वश्री संतोष पाण्डेय, विजय बघेल, कमलेश जांगड़े और रूपकुमारी चौधरी और राज्यसभा सांसद देवेन्द्र बहादुर सिंह, छत्तीसगढ़ मार्कफेड प्रबंध संचालक किरण कौशल सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के किसान मुख्य रूप से धान की फसल लेते हैं। खरीफ सीजन में किसान अगस्त-सितंबर माह में रोपा-बियासी का कार्य करते हैं। वर्तमान में रोपा-बियासी का काम तेजी से चल रहा है। इस समय धान के पौधों को तेजी से बढ़वार और बेहतर उत्पादन के मद्देनजर किसानों को इस समय ज्यादा फोस्फेटिक खाद की जरूरत पड़ती है।
कृषि मंत्री नेताम और सांसदों ने केन्द्रीय उर्वरक मंत्री को बताया कि सप्लाई प्लान के अनुसार छत्तीसगढ़ को माह जुलाई तक यूरिया की 5.99 लाख तथा डीएपी की 2.68 लाख मेट्रिक टन आपूर्ति निर्धारित थी, जिसके विरूद्ध यूरिया की 4.63 लाख तथा डीएपी की 1.61 लाख मेट्रिक टन मात्रा राज्य को मिली हुई है। माह अगस्त के लिए यूरिया की 57,600 मेट्रिक टन तथा डीएपी की 36,850 मेट्रिक टन का सप्लाई प्लान निर्धारित है। चूंकि इन उर्वरकों की सबसे ज्यादा जरूरत अगस्त माह में होती है। इसलिए निर्धारित सप्लाई प्लान के अतिरिक्त यूरिया तथा डीएपी की 50-50 हजार मेट्रिक टन अतिरिक्त मात्रा उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि खरीफ साल 2025 में भारत सरकार द्वारा उर्वरक यूरिया-07 लाख 12 हजार मेट्रिक टन, डीएपी 03 लाख 10 हजार मेट्रिक टन तथा एमओपी-60 हजार मे.टन का लक्ष्य मिला है, जिसके विरुद्ध 11 अगस्त तक 06 लाख 72 हजार मे.टन यूरिया, 02 लाख 14 हजार मे.टन डीएपी तथा 80 हजार मे.टन एमओपी का भण्डारण किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि डीएपी के प्रतिस्थापन के संबंध में वैकल्पिक उर्वरकों के रुप में एनपीके 01 लाख 80 हजार मे.टन लक्ष्य के विरुद्ध 02 लाख 37 हजार मे.टन और एसएसपी 02 लाख मे. टन लक्ष्य के विरुद्ध 02 लाख 95 हजार मे.टन का भण्डारण किया गया है। इसी प्रकार डीएपी की कमी की पूर्ति एनपीके और एसएसपी उर्वरकों से की जा रही है।