“उपराष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी ने चला महाराष्ट्र अस्मिता वाला दांव…पवार लाचार..क्या उद्धव देंगे विपक्ष को झटका”
नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी हुई है। बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विपक्षी दलों के नेताओं से संपर्क करके एडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के लिए समर्थन मांग रहे हैं।
इसी कड़ी में उन्होंने एनसीपी (एससीपी) के चीफ शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे संपर्क किया है। फडणवीस का कहना है कि एनडीए उम्मीदवार के महाराष्ट्र के वोटर होने के नाते इन दलों से राधाकृष्णन के लिए सहयोग मांगा है। इस दौरान उद्धव ने जो कुछ कहा है, वह विपक्षी इंडिया ब्लॉक के कान खड़े कर सकता है।
बीजेपी ने चला महाराष्ट्र अस्मिता वाला दांव महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शरद पवार और उद्धव ठाकरे से ये कहकर सीपी राधाकृष्णन के लिए सहयोग मांगा है, क्योंकि वे महाराष्ट्र के वोटर हैं। इस नाते अगर ये पार्टियां महाराष्ट्र अस्मिता की बातें करती हैं तो उन्हें मुंबई के मतदाता होने के कारण एनडीए प्रत्याशी का समर्थन करना चाहिए। इसपर शरद पवार ने अपनी लाचारी जताई है, लेकिन उद्धव ठाकरे ने विचार करके बताने की बात की है।
‘उद्धव ने विचार करके बताने की बात कही’ देवेंद्र फडणवीस ने एएनआई से बातचीत में कहा है, ‘मैंने उद्धव ठाकरे जी और शरद पवार जी से फोन पर बात की है और उनसे अनुरोध किया है कि उपराष्ट्रपति के चुनाव में महाराष्ट्र के गवर्नर (सीपी राधाकृष्णन) की उम्मीदवारी का समर्थन करें…उद्धव जी ने बताया कि वे आपस में चर्चा करके मुझे बताएंगे। शरद पवार जी ने कहा कि उन्हें विपक्ष की ओर से दिए गए उम्मीदवार का समर्थन करना होगा।’
क्या उद्धव ठाकरे देंगे विपक्ष को झटका उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमबीए) और केंद्र में इंडिया ब्लॉक में शामिल है। इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी को अपना प्रत्याशी बनाया है। फिर भी उन्होंने फडणवीस को विचार करके बताने की बात कही है। इससे पहले उनकी पार्टी के सांसद संजय राउत भी एनडीए उम्मीदवार के व्यक्तित्व की काफी तारीफ कर चुके हैं।
आंकड़ों के गणित में राधाकृष्णन आगे उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 9 सितंबर को वोट डाले जाएंगे। इसमें लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद वोट डाल सकेंगे। इस चुनाव के लिए पार्टियों की और से अपने सांसदों के लिए व्हीप नहीं जारी किया जाता, इस वजह से क्रॉस वोटिंग में भी सदस्यता जाने का खतरा नहीं रहता। वैसे इस चुनाव में आंकड़ों के हिसाब से सत्ताधारी पक्ष के उम्मीद सीपी राधाकृष्णन की जीत की पूर्ण संभावना है।