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“वायनाड दौरे पर प्रियंका गांधी, 2 कार्यकर्ताओं की आत्महत्या से सवालों में कांग्रेस”

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केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी इस समय अपने संसदीय क्षेत्र में मौजूद हैं. हालांकि, इस मौके पर इलाके में पार्टी कार्यकर्ताओं की कथित सुसाइड के मामले ने कांग्रेस को बैकफुट पर ला दिया है.

जानकारी के मुताबिक, एक पार्टी कार्यकर्ता ने पिछले साल सुसाइड की थी और एक ने हाल ही में सुसाइड की. इसी के बाद अब कांग्रेस सवालों में आ गई है. सीपीएम ने वायनाड में कांग्रेस की आंतरिक समस्याओं को लेकर पार्टी की आलोचना की है.

वायनाड में पिछले साल पूर्व जिला कांग्रेस समिति (DCC) के कोषाध्यक्ष एन.एम. विजयन और उनके बेटे ने जहर खाकर सुसाइड की थी. इसी के बाद हाल ही में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मुल्लनकोली पंचायत सदस्य जोस नेल्लेदम ने भी जहर खा लिया है. जहां दो लोगों ने सुसाइड की है. वहीं, वायनाड के मुल्लनकोली में एक स्थानीय पार्टी कार्यकर्ता की कथित आत्महत्या के एक दिन बाद, विजयन की बहू पद्मजा ने कथित रूप से अपनी कलाई काटकर सुसाइड करने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि पद्मजा को अस्पताल में भर्ती कराया गया, उनकी हालत अब स्थिर है.

विजयन की बहू ने क्यों की सुसाइड की कोशिश पूर्व जिला कांग्रेस समिति (DCC) के कोषाध्यक्ष एन.एम. विजयन की पिछले साल मृत्यु हुई थी, उन्होंने और बेटे ने जहर कर्ज के चलते जहर खा लिया था. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक पद्मजा ने बताया था कि विजयन की मृत्यु के बाद पार्टी की तरफ से उनको आर्थिक सहायता देने का वादा किया गया था. लेकिन, अभी तक यह वादा पूरा नहीं किया गया.

विजयन (78 वर्ष) और उनके बेटे (38 वर्ष) ने कथित रूप से कर्ज में डूबने के बाद जहर खाकर आत्महत्या की थी. परिवार ने दावा किया कि उन्होंने पार्टी गतिविधियों के लिए भारी कर्ज लिया था और जब उसे चुकाने में असमर्थ रहे तो उन्होंने अपनी जिंदगी खत्म कर दी. इस घटना के बाद कांग्रेस ने जिम्मेदारी लेने और परिवार के कर्ज को चुकाने का भरोसा दिया था. हालांकि, शनिवार को पद्मजा ने कहा कि परिवार पर अब भी दो करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बाकी है, जिसमें से 20 लाख रुपये से भी कम का भुगतान हुआ है.

न्होंने कहा, मेरे ससुर ने पार्टी के लिए कर्ज लिया था, न कि व्यक्तिगत जरूरतों के लिए. पार्टी ने सभी देनदारियों को चुकाने का वादा किया था, लेकिन अब वह अपने वादे से मुकर गई है. साथ ही, परिवार ने डीसीसी कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने और मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने की योजना बनाई है.

वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद राजमोहन उननीथन ने कहा कि विजयन की मौत की जांच अभी जारी है. जांच पूरी होने के बाद पैसा दिया जाएगा. जांच लंबित होने पर पार्टी पैसे कैसे दे सकती है?

जोस नेल्लेदम ने क्यों की सुसाइड? वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मुल्लनकोली पंचायत सदस्य जोस नेल्लेदम की हाल की आत्महत्या ने पार्टी को और शर्मिंदा कर दिया है. शुक्रवार को घर के पास एक तालाब में मृत पाए गए नेल्लेदम ने कथित रूप से जहर खाया और कलाई काट ली थी.

उनकी मौत के बाद सामने आए एक वीडियो में नेल्लेदम ने आरोप लगाया कि उन्हें साथी नेता कनट्टुमलायिल धन्यवादन की गिरफ्तारी से जुड़े झूठे आरोपों के तहत निशाना बनाया गया. धन्यवादन की गिरफ्तारी उनके घर से शराब और विस्फोटक मिलने के बाद की गई थी, लेकिन 13 दिन बाद उन्हें छोड़ दिया गया, जब पाया गया कि इन सामानों को दूसरे पार्टी कार्यकर्ता ने लगाया था. नेल्लेदम ने स्वीकार किया कि उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन कहा कि उन्हें झूठा दोषी ठहराया गया.

वायनाड डीसीसी अध्यक्ष एन.डी. अप्पाचन ने कहा कि पुलिस ने नेल्लेदम के घर से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, उसकी सामग्री को सार्वजनिक किया जाना चाहिए. मुझे इसमें कुछ गड़बड़ लगती है. पुलपल्ली पुलिस ने धन्यवादन को बिना जांच किए रिमांड पर भेज दिया. हमें संदेह है कि पुलिस की कार्रवाई के पीछे राजनीतिक मकसद हैं. उन्होंने कहा कि डीसीसी नेल्लेदम के परिवार से संपर्क में है और पार्टी उन्हें समर्थन देगी. उन्होंने पार्टी में किसी भी तरह के आपसी झगड़े से इनकार किया.

सीपीएम ने साधा निशाना दूसरी ओर, सीपीएम ने वायनाड में कांग्रेस की आंतरिक समस्याओं को लेकर कांग्रेस की आलोचना की है. मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने कहा कि कांग्रेस केरल में एक माफिया बन गई है. हत्याएं, आत्महत्या के लिए उकसाना, खुलेआम हिंसा, गर्भपात यही कांग्रेस आज दर्शाती है. अब खबरें आ रही हैं कि वायनाड के दिवंगत पूर्व डीसीसी कोषाध्यक्ष एन.एम. विजयन की बहू ने भी सुसाइड की कोशिश की है.

उन्होंने कहा, ऐसी घटनाएं घट रही हैं और कांग्रेस नेता राहुल ममकूताथिल जैसे लोगों को बचाने में लगे हैं, जिन पर यौन उत्पीड़न का आरोप है. कांग्रेस की आंतरिक समस्याएं अब सामाजिक समस्या बन गई हैं. जो आलोचना करते हैं, उन पर साइबर हमले किए जा रहे हैं, कई कांग्रेस नेता खुद भी इसका शिकार हो गए हैं.