रायपुर में ईडी को बिल्डरों के रायपुर और बिलासपुर स्थित 4 ठिकानों पर तलाशी के दौरान ब्लैकमॅनी, बेनामी निवेश, प्रॉपर्टी खरीदने और नए प्रोजेक्ट शुरू करने के दस्तावेज मिले है।
छत्तीसगढ़ के रायपुर में ईडी को बिल्डरों के रायपुर और बिलासपुर स्थित 4 ठिकानों पर तलाशी के दौरान ब्लैकमॅनी, बेनामी निवेश, प्रॉपर्टी खरीदने और नए प्रोजेक्ट शुरू करने के दस्तावेज मिले है। उक्त सभी को जांच के लिए जब्त किया गया है।
बिल्डरों के ठिकाने से मिले बेनामी निवेश
वहीं सभी से पूछताछ कर बयान लेने के बाद गुरुवार की देररात और शनिवार की सुबह टीम लौट गई है। बताया जाता है कि तलाशी में मिले फर्जीवाड़े का हिसाब मांगा गया है। साथ ही प्रॉपर्टी में निवेश करने वाले लोगों का ब्यौरा और रकम की जानकारी देने कहा गया है।
सूत्रों का कहना है कि तलाशी के दौरान कुछ संदिग्ध लोगों के नाम कथित दस्तावेज (डायरी) इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और लैपटॉप में मिले हैं। उक्त सभी का वेरिफिकेशन करने के लिए संबंधित लोगों को जल्दी ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। बता दें कि यह छापेमारी कोयला, शराब और कस्टम मिलिंग घोटाले की अवैध वसूली रियल एस्टेट में निवेश करने के इनपुट के आधार पर की गई है।
पांच गुना टर्नओवर
रायपुर और बिलासपुर में छापेमारी के दौरान बिल्डर्स, ट्रेडर्स और फर्म संचालक के पिछले 5 साल में कई गुना कारोबार बढ़ाने और टर्नओवर में इजाफा मिला है। कोरोनाकाल के दौरान आर्थिक मंदी के दौरान भी कागजों में कारोबार को बढ़ाकर बताया गया है।
बोगस बिल्डरों करने और सहित कच्चे में कारोबार के इनपुट मिले हैं। पूरा खेल कोडवर्ड में किया गया है। इसे सुलझाने के लिए सभी कारोबारियों को ईडी दफ्तर में बुलवाया गया है। इस दौरान प्रॉपर्टी और रियल एस्टेट में निवेश करने वालों की सूची देने कहा गया है।