पड़ोसी देश पाकिस्तान बम धमाकों से फिर दहल उठा है। वहां के अशांत बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में मंगलवार को भीषण बम विस्फोट हुआ, जिसमें अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30 लोग घायल हुए हैं।
मरने वालों में फ्रंटियर कॉर्प्स के जवान भी शामिल हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक धमाका बहुत जोरदार था। धमाका होते ही धुएं का गुबार आसमान में छा गया और वहां अफरा-तफरी मच गई। उनके मुताबिक इस धमाके में कई लोग घायल हुए हैं। धमाके की भीषणता को देखते हुए वहां के अस्पतालों में इरजेंसी घोषित कर दी गई है। सभी डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सों को ड्यूटी पर मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है और सभी की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। यह विस्फोट फ्रंटियर कोर मुख्यालय के आगे हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को क्वेटा शहर के पूर्वी हिस्से में फ्रंटियर कॉर्प्स (FC) मुख्यालय के पास ये धमाका हुआ है। अधिकारी के मुताबिक, कार में हुए शक्तिशाली विस्फोट के बाद वहां भारी गोलीबारी भी हुई है। मॉडल टाउन और आसपास के इलाकों में सुनाई देने वाले इस विस्फोट से आस-पास के घरों और व्यावसायिक इमारतों की खिड़कियों के शीशे टूट गए, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। इसके तुरंत बाद, इलाके में गोलियों की तड़तड़ाहट गूंजने लगी, जिससे निवासियों में दहशत फैल गई।
क्वेटा के ज़रघून रोड के पास धमाका
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, यह विस्फोट क्वेटा के ज़रघून रोड के पास हुआ। पुलिस के हवाले से इसमें कहा गया है कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य सचिव मुजीबुर रहमान के हवाले से डॉन अखबार ने बताया कि बलूचिस्तान स्वास्थ्य विभाग ने शहर भर के अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया है।
रहमान ने कहा, “सभी सलाहकारों, डॉक्टरों, फार्मासिस्टों, स्टाफ नर्सों और पैरामेडिकल कर्मचारियों को अस्पतालों में मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है।” अखबार ने प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग के मीडिया समन्वयक डॉ. वसीम बेग के हवाले से कहा, “विस्फोट में घायल लोगों को सिविल अस्पताल के दुर्घटना एवं आपातकालीन विभाग और ट्रॉमा सेंटर लाया गया।”