एयर इंडिया और एयरबस ने मिलकर गुरुग्राम में एक सुपर एडवांस्ड पायलट ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत की है. ये नया सेंटर एयर इंडिया एविएशन ट्रेनिंग एकेडमी का हिस्सा है और अगले दस सालों में 5,000 से ज्यादा नए पायलट्स को ट्रेन करेगा. यह एकेडमी तेजी से ग्रो कर रही इंडियन एविएशन इंडस्ट्री के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगा. 12 हजार स्क्वायर मीटर का यह सेंटर टॉप-क्लास टेक्नोलॉजी से लैस है. इसमें 10 फुल फ्लाइट सिमुलेटर्स, एडवांस्ड क्लासरूम्स और ब्रीफिंग रूम्स हैं.
यह सेंटर खास तौर पर एयरबस A-320 और A-350 एयरक्राफ्ट फैमिली के लिए पायलट्स को ट्रेन करेगा. इसके कोर्सेज को डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) और यूरोपियन यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी (ईएएसए) ने अप्रूव किया है. यानी, यहां पर पायलट्स की ट्रेनिंग ग्लोबल स्टैंडर्ड्स के हिसाब से होगी. अभी सेंटर में दो A-320 सिम्युलेटर्स हैं, और बाकी छह A320 और दो A350 सिम्युलेटर्स धीरे-धीरे इंस्टॉल किए जाएंगे.
स्ट्रैटेजिक इनवेस्टमेंट है यह एकेडमी
इस एकेडमी को लेकर एयरबस के प्रेसिडेंट जुर्गेन वेस्टरमियर का कहना है कि यह सेंटर इंडियन एविएशन के फ्यूचर के लिए हमारी साझा सोच को दिखाता है. ये सिर्फ एक जॉइंट वेंचर नहीं, बल्कि इंडियन एयरोस्पेस इंडस्ट्री के लिए एक स्ट्रैटेजिक इनवेस्टमेंट है. इंडिया एयरबस के लिए एक स्ट्रैटेजिक पावरहाउस है. यह एकेडमी सेंटर इसके पोटेंशियल को दिखाता है. वहीं, एयर इंडिया के एमडी कैंपबेल विल्सन का कहना है कि एयर इंडिया अभी एक्सपैंशन मोड में है और हमारे पास 570 नए एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर है.
इस एकेडमी को लेकर एयरबस के प्रेसिडेंट जुर्गेन वेस्टरमियर का कहना है कि यह सेंटर इंडियन एविएशन के फ्यूचर के लिए हमारी साझा सोच को दिखाता है. ये सिर्फ एक जॉइंट वेंचर नहीं, बल्कि इंडियन एयरोस्पेस इंडस्ट्री के लिए एक स्ट्रैटेजिक इनवेस्टमेंट है. इंडिया एयरबस के लिए एक स्ट्रैटेजिक पावरहाउस है. यह एकेडमी सेंटर इसके पोटेंशियल को दिखाता है. वहीं, एयर इंडिया के एमडी कैंपबेल विल्सन का कहना है कि एयर इंडिया अभी एक्सपैंशन मोड में है और हमारे पास 570 नए एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर है.
गुरुग्राम का ये नया ट्रेनिंग सेंटर हमारे पायलट्स को ट्रेन और अपस्किल करेगा, ताकि हम वर्ल्ड-क्लास एयरलाइन बनने के अपने मिशन को पूरा कर सकें. ये सेंटर हमारी ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी और एयर इंडिया को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम है. एयरबस के साथ मिलकर हम इंडिया की तेजी से बढ़ती एविएशन मार्केट के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहे हैं. ये ट्रेनिंग सेंटर एयर इंडिया के पूरे देश में फैले पायलट ट्रेनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को गुरुग्राम की एविएशन ट्रेनिंग एकेडमी में कंसॉलिडेट करेगा.
50000 से ज्यादा प्रोफेशनल्स होंगे तैयार
यह एकेडमी साउथ एशिया की सबसे बड़ी एविएशन ट्रेनिंग अकादमी है, जो 2024 में शुरू हुई थी. अभी ये रोज 2000 से ज्यादा एविएशन प्रोफेशनल्स को ट्रेंड कर रही है. अगले कुछ सालों में ये 50 हजार से ज्यादा प्रोफेशनल्स को ट्रेंड करेगी, जिनमें पायलट्स, केबिन क्रू, ग्राउंड हैंडलिंग, इंजीनियरिंग और सिक्योरिटी स्टाफ शामिल हैं. इस एकेडमी में सेफ्टी एण्ड इमरजेंसी प्रोसीजर्स के लिए बेस्ट-इन-क्लास इक्विपमेंट हैं. केबिन क्रू के लिए सर्विस ट्रेनिंग, ग्रूमिंग, वॉइस और एक्सेंट ट्रेनिंग भी दी जाती है.
यह एकेडमी साउथ एशिया की सबसे बड़ी एविएशन ट्रेनिंग अकादमी है, जो 2024 में शुरू हुई थी. अभी ये रोज 2000 से ज्यादा एविएशन प्रोफेशनल्स को ट्रेंड कर रही है. अगले कुछ सालों में ये 50 हजार से ज्यादा प्रोफेशनल्स को ट्रेंड करेगी, जिनमें पायलट्स, केबिन क्रू, ग्राउंड हैंडलिंग, इंजीनियरिंग और सिक्योरिटी स्टाफ शामिल हैं. इस एकेडमी में सेफ्टी एण्ड इमरजेंसी प्रोसीजर्स के लिए बेस्ट-इन-क्लास इक्विपमेंट हैं. केबिन क्रू के लिए सर्विस ट्रेनिंग, ग्रूमिंग, वॉइस और एक्सेंट ट्रेनिंग भी दी जाती है.
ग्राउंड और सिक्योरिटी स्टाफ के लिए डिपार्चर कंट्रोल, कस्टमर सर्विस, एयरपोर्ट सिक्योरिटी और रिफ्रेशर कोर्सेज हैं. इसके अलावा, एयर इंडिया महाराष्ट्र के अमरावती में साउथ एरिश की सबसे बड़ी फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन (एफटीओ) भी बना रही है. डीजीसीए लाइसेंस्ड ये एफटीओ हर साल 180 कमर्शियल पायलट्स को ग्रेजुएट करेगा, ताकि एयर इंडिया के फ्लीट एक्सपैंशन की डिमांड पूरी हो सके. इसके अलावा, एयर इंडिया बेंगलुरु में अपनी नई एमआरओ फैसिलिटी के पास एक बेसिक मेंटीनेंस ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन (बीटीएमओ) भी शुरू कर रही है, जो 2027 में ऑपरेशनल होगी.
एएमई प्रोग्राम के तहत मिलेगी ऑन जॉब ट्रेनिंग
बीएमटीओ में डीजीसीए सर्टिफाइड दो साल का एयरक्राफ्ट मेंटीनेंस इंजीनियर्स (एएमई) प्रोग्राम होगा, जिसके बाद दो साल की प्रैक्टिकल ऑन-जॉब ट्रेनिंग दी जाएगी. यह सेंटर न सिर्फ एयर इंडिया को, बल्कि पूरे इंडियन एविएशन सेक्टर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा. इंडिया की एविएशन इंडस्ट्री के लिए ये एक सुनहरा मौका है और Air India-Airbus मिलकर इसे हकीकत में बदल रहे हैं. आपको बता दें कि बराबरी के इस जॉइंट वेंचर वाली एक एकेडमी का उद्घाटन सिविल एविएशन मिनिस्टर किंजरापु राममोहन नायडू ने मंगलवार को किया है.
बीएमटीओ में डीजीसीए सर्टिफाइड दो साल का एयरक्राफ्ट मेंटीनेंस इंजीनियर्स (एएमई) प्रोग्राम होगा, जिसके बाद दो साल की प्रैक्टिकल ऑन-जॉब ट्रेनिंग दी जाएगी. यह सेंटर न सिर्फ एयर इंडिया को, बल्कि पूरे इंडियन एविएशन सेक्टर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा. इंडिया की एविएशन इंडस्ट्री के लिए ये एक सुनहरा मौका है और Air India-Airbus मिलकर इसे हकीकत में बदल रहे हैं. आपको बता दें कि बराबरी के इस जॉइंट वेंचर वाली एक एकेडमी का उद्घाटन सिविल एविएशन मिनिस्टर किंजरापु राममोहन नायडू ने मंगलवार को किया है.