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जांच से पहले मेरे बेटे को अपराधी… एयर इंडिया क्रैश में मारे गए पायलट के पिता की भावुक अपील, ALPA को लिखा Email

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अहमदाबाद विमान हादसे में जान गंवाने वाले पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल के पिता पुष्कर राज सभरवाल ने अपने बेटे की गरिमा बचाने के लिए एक भावुक अपील की है. उन्होंने एयर लाइन पायलट्स’ एसोसिएशन (ALPA) को एक ईमेल भेजकर तत्काल कानूनी हस्तक्षेप की मांग की है.
पुष्कर सभरवाल ने कहा कि उनके बेटे को “जांच पूरी होने से पहले ही अपराधी ठहराया जा रहा है.” यह न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि एक जिम्मेदार और अनुभवी पायलट की पेशेवर साख पर गहरी चोट भी है.

12 जून 2025 का दिन गुजरात, भारत और पूरी दुनिया के लिए एक काली याद बन गया. इसी दिन एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद से दिल्ली के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद नियंत्रण खो बैठा और अहमदाबाद के मेघाणीनगर थाना क्षेत्र में स्थित एक मेडिकल हॉस्टल और मेडिकल मेस से टकराकर गिर गया.

टक्कर के तुरंत बाद विमान में भीषण आग लग गई और पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. इस हादसे में 241 यात्री और कई स्थानीय लोग मारे गए थे. यह भारत के इतिहास के सबसे भयानक हवाई हादसों में से एक है.
AAIB टीम की टिप्पणी से आहत हुआ परिवार
कैप्टन सुमीत के पिता ने अपने पत्र में लिखा कि 30 अगस्त 2025 की शाम एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की एक टीम उनके घर आई थी. टीम ने औपचारिक रूप से संवेदना व्यक्त की, लेकिन बातचीत के दौरान कुछ सदस्यों ने “कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर” (CVR) और “लेयर्ड वॉयस एनालिसिस” के आधार पर दावा किया कि उनके बेटे ने “फ्यूल कंट्रोल स्विचेस” को RUN से CUT OFF कर दिया था. यानी जानबूझकर इंजन बंद कर दिए.
पुष्कर राज सभरवाल ने लिखा, “यह बात न तो किसी आधिकारिक रिपोर्ट में कही गई है. और न ही इसकी पुष्टि किसी तकनीकी साक्ष्य से हुई है. ऐसे बयानों से मेरे बेटे की गरिमा को ठेस पहुंची है और हमारे परिवार पर गहरा भावनात्मक असर हुआ है.”
“15,000 घंटे उड़ाने वाला पायलट गलती नहीं, जिम्मेदारी जानता था”
कैप्टन सुमीत सभरवाल के पिता ने कहा कि उनका बेटा 15,000 से ज्यादा घंटे की उड़ान का अनुभवी पायलट था, जिसने अपने पूरे करियर में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी. उन्होंने अपने ईमेल में लिखा “वह अपने काम को लेकर बेहद अनुशासित और सजग था. बिना किसी ठोस जांच के ‘पायलट एरर’ कहना न केवल अन्याय है, बल्कि पेशे की गरिमा के खिलाफ भी.”
उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी जांच में निष्कर्ष तभी निकाला जाना चाहिए जब सभी तकनीकी और मानवीय पहलुओं की निष्पक्ष जांच हो जाए. उन्होंने अपने ईमेल में आगे कहा, “अगर किसी भी पायलट को जांच से पहले दोषी ठहराया जाएगा, तो यह पूरे एविएशन सेक्टर के लिए एक खतरनाक उदाहरण बनेगा,” उन्होंने जोड़ा.
ALPA से न्याय की अपील: यह सिर्फ मेरे बेटे की बात नहीं
पुष्कर राज सभरवाल ने ALPA से आग्रह किया है कि वे इस मामले को न्यायिक मंच पर ले जाएं ताकि तथ्यों की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच हो सके. उन्होंने लिखा, “यह केवल मेरे बेटे की प्रतिष्ठा का सवाल नहीं, बल्कि पूरे पायलट समुदाय के नैतिक मानदंडों और प्रक्रिया की निष्पक्षता की परीक्षा है.” अंत में उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि ALPA इस न्याय की लड़ाई में उनके साथ खड़ा रहेगा और सच्चाई को सामने लाने में मदद करेगा.

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